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देश के पहले ज्वेलरी मशीनरी एक्‍सपो का आयोजन, इन देशों की कंपनियां कर रही हैं आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन

जेएमएआईआईई- मुंबई के बीईसी में ज्वेलरी मशीनरी पर भारत के पहले और एशिया के सबसे बड़े एक्‍सपो का आयोजन...
देश के पहले ज्वेलरी मशीनरी एक्‍सपो का आयोजन, इन देशों की कंपनियां कर रही हैं आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन

जेएमएआईआईई- मुंबई के बीईसी में ज्वेलरी मशीनरी पर भारत के पहले और एशिया के सबसे बड़े एक्‍सपो का आयोजन किया जा रहा है। इस शो में 500 से ज्यादा कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। शो में जर्मनी, इटली, हॉन्गकॉन्ग, थाइलैंड और तुर्की जैसे देशों की कई दिग्गज कंपनियां भी अपनी आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन कर रही हैं।

नेस्को एग्जिबिशन सेंटर में 5 से 8 अप्रैल तक आयोजित होने वाले इस शो का उद्घाटन महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई के साथ जोनल डिवलेपमेंट कमिश्नर आईएएस और एसईजेड के श्याम जगन्नाथन ने किया। उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा, “यह आयोजन आभूषण निर्माण के क्षेत्र में पूरी तरह गेम को बदल डालेगा। यह इस क्षेत्र की गुणवत्ता में जबर्दस्त बढ़ोतरी करेगा। यह शो भारत के औद्योगिक दिग्गजों को आगे बढ़ने के पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि इस शो से अनेक छिपे नगीने सुर्खियों में आ जाएंगे। यह वास्तव में भारत को वैश्विक प्लेटफॉर्म पर इस क्षेत्र के उल्लेखनीय खिलाड़ी के रूप में स्‍थापित करने की दिशा में अपना योगदान देगा।”

एसईजेड के जोनल डिवलेपमेंट कमिश्नर श्री श्याम जगन्नाथन ने कहा कि आभूषण और नगीनों के क्षेत्र का महत्व इससे स्पष्ट होता है कि इससे भारत में 8 मिलियन से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलता है। आभूषणों का निर्यात के क्षेत्र में भी काफी उच्च योगदान है (यह टेक्सटाइल्स, कपड़ों और आभूषणों के निर्यात से काफी ज्यादा है।) भारत से कुल 400 बिलियन डॉलर के प्रॉडक्ट्स का निर्यात होता है। इसमें से करीब 40 बिलियन डॉलर के आभूषणों का निर्यात दुनिया के विभिन्न देशों को किया जाता है। 400 बिलियन डॉलर के आभूषणों का निर्यात देश में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। भारत इस क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहा है। दुनिया भर के 15 हीरों में से 14 की प्रोसेसिंग इसी क्षेत्र में होती है। आभूषणों और नगीनों के क्षेत्र में विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं।

केएनसी सर्विसेज की प्रबंध निदेशक क्रांति नागवेकर ने कहा, “भारत में अभी तक कोई विशिष्ट और स्वतंत्र मशीनरी शो आयोजित नहीं किया गया था। अब यह शो इस क्षेत्र में मौजूद भारी कमी को दूर करेगा। इससे हमारे पड़ोसी देशों समेत भारत में  आभूषणों की समूची निर्माण इंडस्ट्री को काफी लाभ होगा। यह भारत की आभूषणों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को दुनिया के नक्‍शे पर लेकर आएगा। जेएमएआईआईई की चार दिन की प्रदर्शनी में करीब 10 हजार आगंतुक शामिल होंगे।  एएफईएमओ के प्रेसिडेंट गियानलुउगी बेरेटोनी ने कहा, “एफईएमओ, इटली की प्रतिष्ठित ज्वेलरी मशीनरी कंपनियों के प्रतिष्ठित संघ, को जेएमएआइआइई को अपना सहयोग देकर खुशी हो रही है। यह सभी को अच्छी तरह पता है कि इटली के तकनीकी निर्माताओं और भारतीय ज्वेलरी के निर्माताओं के बीच काफी मजबूत और दीर्घकालिक संबंध हैं। एएफईएमओ को ज्वेलरी के उत्पादन के लिए तकनीक के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण ब्रांड का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है।“

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