लखनऊ स्थित पासपोर्ट कार्यालय में एक अधिकारी पर बदसुलूकी का आरोप लगाने वाली महिला तन्वी सेठ लखनऊ के पते पर एक साल से नहीं रह रही थी। वह नोएडा में रहती हैं और वहीं कुछ काम करती हैं। यह जानकारी पुलिस ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में दी है। तन्वी ने पासपोर्ट सेवा अधिकारी विकास मिश्रा पर गलत टिप्पणियां करने का आरोप लगाया था। इस रिपोर्ट के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि तन्वी सेठ का पासपोर्ट रद्द हो सकता है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने लखनऊ में बताया कि हमने अपनी रिपोर्ट क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय दे दी है। उन्होंने कहा कि अब आगे की जांच पासपोर्ट कार्यालय को करना है। कुमार ने कहा कि नियम के अनुसार आवेदक को एक पिछले एक साल से दिए गए पते पर निवास करना चाहिए पर सेठ ने इस नियम का पालन नहीं किया
मालूम हो कि हिंदू-मुस्लिम दंपति तन्वी सेठ मोहम्मद अनस और उनकी पत्नी तन्वी सेठ ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि वे गत 20 जून को पासपोर्ट का नवीनीकरण कराने के लिए यहां क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय गए थे जहां पासपोर्ट सेवा अधिकारी विकास मिश्रा ने अनस से कहा कि वह हिंदू धर्म अपना लें। साथ ही उन्होंने तन्वी से सभी दस्तावेजों में अपना नाम बदलने का निर्देश दिया।
उन्होंने आरोप लगाया था कि जब दोनों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो अधिकारी उन पर चिल्लाने लगा। घटना के बाद दंपति घर लौट आए थे और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी। मामला तूल पकड़ने पर आरोपी अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करके उसका तबादला गोरखपुर कर दिया गया था। उसके बाद अनस और तन्वी के पासपोर्ट जारी कर दिए गए थे।
अनस और तनवी ने 2007 में शादी की थी। उनकी छह साल की एक बेटी भी है और दोनों नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करते हैं। अनस के मुताबिक तन्वी और उन्होंने 19 जून को पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था और लखनऊ में पासपोर्ट सेवा केंद्र में उन्हें 20 जून को बुलाया गया था।