Advertisement

मंगल पांडे के स्वागत में लगा रहा NMCH प्रशासन, इलाज के बिना एंबुलेंस में ही तड़पकर कोविड पीड़ित रिटायर्ड फौजी की हो गई मौत

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है।...
मंगल पांडे के स्वागत में लगा रहा NMCH प्रशासन, इलाज के बिना एंबुलेंस में ही तड़पकर कोविड पीड़ित रिटायर्ड फौजी की हो गई मौत

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। आलम ये हो चला है कि कई राज्यों की स्वास्थ्य व्यवस्था ही आईसीयू में पहुंच गई है। अस्पतालों में बदइंतजामी के हालात दिख रहे हैं। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत अन्य राज्यों के अस्पतालों में मरीजों के लिए ना तो बेड है और ना ही मृत शरीर को उठाने वाला कोई। अब बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) से एक तस्वीर सामने आई है जो बिहार के सुशासन व्यवस्था की पोल-पट्टी खोल रही है।

ये भी पढ़ें- डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग से रोकेंगे संक्रमण, कोटा में फंसे बच्चों पर कुछ नहीं कह सकता: मंगल पांडे

राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे लाख दावे कर रहे हैं कि स्थिति बेहतर है। सभी को इलाज मुहैया कराया जा रहा है लेकिन हकीकत इससे परे है। लखीसराय से कोरोना पीड़ित रिटायर्ड फौजी का इलाज कराने आए परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि इलाज के बिना मरीज की मौत एंबुलेंस में ही हो गई। यही नहीं, पूरा एनएमसीएच प्रशासन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की आवभगत में लगा रहा और भर्ती ना होने के अभाव में व्यक्ति ने जान गंवा दी। इस पर विपक्ष ने भी हमला बोला है। आरजेडी ने पीड़ित परिवार के एक युवक का वीडियो शेयर किया है जिसमें वो युवक खुद को पीड़ित व्यक्ति का बेटा और अपना नाम अभिमन्यु बता रहा है।

मृतक के बेटा अभिमन्यु ने कहा है कि वो अपने पिता को गंभीर स्थिति में लखीसराय से एम्बुलेंस में लेकर सोमवार की शाम पटना एम्स पहुंचा था, जहां डॉक्टरों ने भर्ती लेने से इंकार कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति का हवाला देते हुए एनएमसीएच ले जाने को कहा। मंगलवार की सुबह वो एनएमसीएच पहुंचा। एनएमसीएच स्टाफ ने ये कहते हुए भर्ती करने से इंकार कर दिया कि अभी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय यहां आने वाले हैं। उनके जाने के बाद ही पीड़ित को भर्ती किया जाएगा। पीड़ित परिवार के मुताबिक वो बरामदे में ही भर्ती करने की गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने एक न सुनी।

वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल प्रशासन ने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि ये आरोप गलत हैं। पीड़ित की मृत्यु अस्पताल आने से पहले ही हो चुकी थी। व्यवस्था चुस्त है। किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है। जिस वीडियो को आरजेडी ने अपने ट्वीटर हैंडल से शेयर किया है उसमें मंगल पांडे निरीक्षण के बाद कहते दिखाई दे रहे हैं कि यहां की व्यवस्था पर्याप्त है। उन्होंने मरीजों से बात भी की है, किसी की कोई शिकायत नहीं है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad