दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक बयान से “दिल्ली बनाम बाहरी” की बहस को छेड़ दिया है। केजरीवाल ने कहा कि “बाहर से लोग” राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आकर मुफ्त मेडिकल सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। जबकि ये सुविधाएं दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए होती हैं। केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में कहा, “स्थिति ऐसी है कि बिहार से एक व्यक्ति 500 रुपये में दिल्ली आता है और पांच लाख रुपये की मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाकर लौट जाता है। इससे हमें खुशी होती है, क्योंकि वे हमारे ही देश के लोग हैं, लेकिन दिल्ली की भी अपनी क्षमता है।”
मुख्यमंत्री ने संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में 362 बेड के नए ट्रॉमा सेंटर के लिए नींव डालने के दौरान कहा, “दिल्ली भला पूरे देश के लिए कैसे इलाज उपलब्ध करा सकती है। इसलिए यहां स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की जरूरत है।” केजरीवाल ने कहा कि एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली सीमा से सटे सरकारी अस्पतालों में लगभग 80 फीसदी मरीज दिल्ली के बाहर के हैं।
भाजपा का पलटवार
भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल के बयान पर तीखा हमला बोला है। तिवारी ने केजरीवाल के बयान को बिहार और दूसरे राज्य के लोगों के लिए अपमानजनक बताया। तिवारी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बिहार या किसी दूसरे राज्य से दिल्ली इलाज के लिए आता है, तो इससे अरविंद केजरीवाल को दर्द क्यों होता है। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने एकबार फिर अनी “नफरत” को जाहिर किया है।
ऐसा पहली बार नहीं है, जब किसी राज्य सरकार ने आरोप लगाया है कि उनकी राज्य के बाहर के लोग आकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाते हैं, जिससे हेल्थकेयर सिस्टम पूरी तरह बिगड़ जाता है। इससे पहले जून में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि उनकी सरकार दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं करेगी। इसे दूसरे राज्यों में लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था, “केंद्र सरकार को आयुष्मान भारत योजना का लाभ पहले उत्तर प्रदेश और हरियाणा को देना चाहिए, क्योंकि दिल्ली में लगभग 70 फीसदी मरीज उत्तर प्रदेश से आते हैं।”
एनआरसी पर भी तकरार
केजरीवाल ने पिछले सप्ताह नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस के मुद्दे पर भी तिवारी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि अगर इसे दिल्ली में लागू किया जाता है, तो सबसे पहले तिवारी को ही बाहर जाना पड़ेगा। तिवारी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले ‘विदेशियों’ को बाहर करने के लिए एनआरसी की मांग करते रहे हैं। तिवारी इस पर कहा कि केजरीवाल लोगों से समर्थन नहीं मिलने के कारण बेचैन हैं। इसलिए वे पूर्वांचली, बिहारियों और दिल्ली में रहने वाले अन्य राज्य को लोगों को निशाना बना रहे हैं।