झारखंड उच्च न्यायालय के समक्ष सोमवार को एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई, जिसमें रांची में हाल ही में हुई हिंसा की एनआईए जांच की मांग की गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और पुलिसकर्मियों सहित 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
अब निलंबित भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर रांची में विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को हिंसक हो गया था, जिसके बाद प्रशासन को शहर के कुछ हिस्सों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने और इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने के लिए प्रेरित किया गया ।
जनहित याचिका में याचिकाकर्ता ने एनआईए से जांच की मांग करते हुए दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से लोग हिंसा भड़काने के लिए रांची आए थे।