झारखंड की राजधानी रांची स्थित मिशनरी ऑफ चैरिटी पर कथित तौर पर बच्चों को बेचने का आरोप लगा है। इस मामले में दो नन को गिरफ्तार किया गया है। रांची के डीएसपी श्यामानंद मंडल ने बताया कि इन ननों ने चार बच्चे बेचे। तीन झारखंड में और एक उत्तर प्रदेश में। आगे की जांच जारी है।
राज्य की बाल कल्याण समिति ने इस मामले में चैरिटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं, बाल कल्याण समिति ने नवजात बच्चों को इस समिति से बरामद कर लिया है। फिलहाल इन बच्चों को एक अन्य संस्था में रखा गया है।
श्यामानंद मंडल ने बताया, “कुछ और बच्चों के भी अवैध तरीके से बेचे जाने की बात सामने आई है। उन बच्चों की मांओं के नाम पुलिस को मिले हैं। इसकी जांच की जा रही है।”
पुलिस ने इस सेंटर में छापा मारकर एक लाख 48 हजार रुपये भी जब्त किए हैं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार की गई और हिरासत में ली गई महिलाकर्मियों ने बच्चों को बेचने की बात स्वीकार की है। पुलिस को आशंका है कि इस काम में बड़ा गिरोह सक्रिय हो सकता है। आरोप है कि 14 दिन के एक बच्चे का एक दंपती के हाथों एक लाख बीस हजार रुपये में सौदा किया गया।
बाल कल्याण समिति और पुलिस का कहना है कि मिशनरी ऑफ चैरिटी की महिला कर्मचारी ने पूछताछ में ये जानकारी दी है। महिला कर्मचारी ने बताया है कि इस राशि में से 90 हजार रुपये एक सिस्टर को दिए गए।
इस बीच भाजपा के सांसद समीर उरांव और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष रामकुमार पाहन ने एक बयान जारी कर कहा है कि सेवा के नाम पर झारखंड में मिशनरीज़ की पोल अब खुलने लगी है.
These nuns sold four babies- three in Jharkhand and one in UP. Further investigation is underway: Shyamanand Mandal,DSP Ranchi on two nuns of Missionaries of Charity arrested on charges of child trafficking #Jharkhand pic.twitter.com/DhAIwEbslj
— ANI (@ANI) July 5, 2018