यूपी के उन्नाव मामले में पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सेंगर को गिरफ्तार किया है। सोमवार को पुलिस ने विधायक कुलदीप सेंगर के चार समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है।
वहीं, रेप पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने कहा, 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहती है कि सदमे और खून में बैक्टीरिया फैलने की वजह से (सेप्टिक) मौत हुई है।'
उन्होंने बताया कि मामले को लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। जांच की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी।
Postmortem report states 'Cause of death shock & septicemia due to peritonitis & ascending colon perforation': Anand Kumar, ADG Law and Order, on death of the father of the woman who has leveled rape allegations against BJP MLA Kuldeep Singh Sengar #Unnao pic.twitter.com/M1XTgFh0Fo
— ANI UP (@ANINewsUP) April 10, 2018
बता दें कि रेप पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उनके पिता के साथ मारपीट की गई थी। वहीं, पीड़िता का कहना है कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को क्यों नहीं गिरफ्तार किया जा रहा है। मुझे नहीं पता कि उनके भाई को गिरफ्तार किया गया है। मैं मांग करती हूं कि उनको फांसी पर लटकाया जाए। उन लोगों मेरी जिंदगी नर्क बना दी है। मुझे न्याय चाहिए। उन्होंने मेरे पिता को मारा है।
यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया गया है। दुष्कर्म पीड़िता के पिता से मारपीट करने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी का कहना है कि यूपी पुलिस ने कोई लापरवाही नहीं की है। जो भी दोषी सामने आएंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, बताया जा रहा है कि गैंगरेप पीड़िता के पिता सुरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह की जेल में मौत के मामले में स्टेशन अफसर अशोक सहित 6 को सस्पेंड कर दिया गया है।
उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती के पिता की सोमवार तड़के जेल में मौत हो गई थी। पीड़ित परिवार ने विधायक और उसके भाई पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी पिटाई से ही पिता की मौत हुई है।
गौरतलब है कि बीते रविवार को मुख्यमंत्री आवास 5, कालिदास मार्ग पर बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कार्रवाई नहीं होने से परेशान गैंगरेप पीड़िता ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था। पीड़िता ने आशंका भी जाहिर की थी कि उसकी और उसके परिजनों की हत्या हो सकती है। बावजूद इसके पुलिस द्वारा न ही गैंगरेप आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई और न ही उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई।