पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने मंत्रिमंडल में विस्तार से संबंधित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के लिए समय मांगा है। मुख्यमंत्री के करीबियों से पता चला है कि कैप्टन 2 अप्रैल के बाद किसी समय भी राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
पंजाब मंत्रिमंडल में अभी 8 मंत्री है और 9 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। पंजाब मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों को लेकर कैप्टन ने राहुल गांधी के साथ मिलकर रणनीति को अंतिम रूप देना है। इस बैठक के दौरान पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ तथा केंद्रीय कांग्रेस नेतृत्व से आशा कुमारी व हरीश चौधरी भी मौजूद रहेंगे। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बजट सत्र के अंतिम दिन संकेत दिए थे कि सत्र समाप्त होने के बाद पंजाब मंत्रिमंडल में विस्तार का रास्ता साफ हो जाएगा। बताया जा रहा है कि कैप्टन ने नए मंत्रियों की सूची तैयार कर ली है, उस पर अब राहुल की मोहर लगनी बाकी है।
पंजाब मंत्रिमंडल में विस्तार काफी लम्बे समय से लटका पड़ा है। कभी गुरदासपुर में उप चुनाव, कभी कार्पोरेशन चुनाव तो कभी ए.आई.सी.सी. सत्र तो कभी बजट सत्र के कारण यह मामला लगातार आगे जाता रहा। अब चूंकि सारे कार्य सम्पन्न हो चुके हैं। इसलिए पंजाब मंत्रिमंडल में विस्तार का मामला सबसे ऊपर है। इसमें एकमात्र रुकावट शाहकोट विधानसभा सीट के उपचुनाव की आ सकती है। अगर राहुल गांधी ने कह दिया कि पहले कांग्रेस उपचुनाव जीत कर आए उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार होगा तब यह मामला आगे बढ़ेगा अन्यथा कैप्टन अमरिंदर सिंह अप्रैल मध्य से पहले विस्तार का मन बनाए बैठे हैं। कैप्टन का भी मानना है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए विस्तार जल्द कर दिया जाए क्योंकि सत्ता का विकेंद्रीयकरण करने से इसके लाभ नीचे तक पहुंचेगे। मुख्यमंत्री सभी नियुक्तियां अगले कुछ महीनों में सम्पन्न करने का मन बनाए हुए हैं।