कुड़मी को आदिवासी यानी अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल करने और कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने की मांग को लेकर कुड़मी समाज फिर आंदोलित है। इस मांग को लेकर कुड़मी 20 सितंबर से बेमियादी रेल का चक्का जाम करेंगे। कुड़मी समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा में छऊ-पाता-नटुवा-घोड़ा-झूमर नाच और ढोल नगाड़े के साथ आंदोलन में शामिल होंगे। रेल की पटरियों पर धरना देंगे। झारखंड, बंगाल और ओडिशा के कुर्मी प्रभावित इलाकों में इसके व्यापक असर की संभावना है। पूर्व में इनके आंदोलन के असर को देखते हुए रेलवे ने एहतियाती कदम उठाते हुए 19 सितंबर से ही नौ ट्रेनों को रद्द कर दिया है और नौ ट्रेनों का रूट बदल दिया है। रेलवे और भी विकल्पों पर मंथन कर रहा है। जिन स्टेशनों पर आंदोलन की संभावना है वहां आरपीएफ के जवानों को तैनात किया जा रहा है। रेलवे ने जिला प्रशासन से भी सहयोग के लिए संपर्क किया है।
टोटेमिक कुड़मी विकास मोर्चा के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा है कि कुड़मी जन्मजात आदिवासी हैं मगर इसे मान्यता नहीं दी गई है। पूर्व में था भी तो उसे छीन लिया गया। ओहदार ने कहा कि कुड़मी को आदिवासी का दर्जा देने की मांग को लेकर 20 सितंबर को झारखंड के मुरी, गोमो, नीमडीह व घाघा रेलवे स्टेशन पर रेल टेका आंदोलन शुरू किया जायेगा। ओडिशा के हरिचंदनपुर, जराईकेला व धनपुर तथा पश्चिम बंगाल के खेमासुली, कुस्तौर रेलवे स्टेशन पर रेल टेका आंदोलन शुरू किया जायेगा। ओहदार ने कहा कि संसद का विशेष सत्र चालू हुआ है इसमें कुड़मी समाज के आने वाले सांसद कुड़मी को आदिवासी का दर्जा देने की आवाज बुलंद करें।
ट्रेनें जो रद्द की गईं
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भुवनेश्वर-धनबाद एक्सप्रेस
रक्सौल-सिकंदराबाद एक्सप्रेस
आनंदविहार-पुरी एक्सप्रेस
भागलपुर-रांची एक्सप्रेस
गोरखपुर-हटिया एक्सप्रेस
कामाख्या-रांची एक्सप्रेस
हावड़ा-हटिया एक्सप्रेस
हटिया-हावड़ा एक्सप्रेस
सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस
ट्रेनें जिनका रूट बदला गया
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आनंदविहार-हटिया एक्सप्रेस
नई दिल्ली-रांची गरीबरथ
बनारस-रांची एक्सप्रेस
इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस
नई दिल्ली-भुवनेश्वर एक्सप्रेस
धनबाद-अल्लापुझा एक्सप्रेस
अल्लापुझा-धनबाद एक्सप्रेस
जम्मूतवी-संबलपुर एक्सप्रेस