सवाईमाधोपुर में लालसोट-कोटा हाइवे पर निजी बस शनिवार सुबह बनास पर बने पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नदी में गिर गई। बस में सवार 32 यात्रियों की हादसे में मौत हो गई, जिनमें 10 महिलाएं और चार बच्चे भी हैं। दो दर्जन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतकों में 8 लोग सवाईमाधोपुर के बताए जा रहे हैं। बाकि में से अधिकतर मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के हैं, जो यहां किसी धार्मिक स्थल पर जा रहे थे।
स्थानीय लोगों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है। सभी घायलों को और शवों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है। डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि सूचना के बाद हड़ताली डॉक्टर अस्पताल पहुंच चुके हैं।
बस सवाईमाधोपुर से लालसोट जा रही थी। बताया जा रहा है कि बस को 16 साल का नाबालिग कंडक्टर चला रहा था। एक ट्रोले को आॅवरटेक करने के चक्कर में बस दूब्बी के पास बनास नदी पर बने 100 मीटर ऊंचे पुल पर अनियंत्रित हो गई। जिससे बस पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नदी में जा गिरी। बताया जा रहा है कि जिस जगह बसी गिरी, वहां पर पानी का भराव अधिक था, जिसके के चलते पूरी बस नदी में डूब गई। पूरी बस के पानी में डूबने से यात्रियों को बस से निकलने का मौका ही नहीं मिला। इससे मृतकों की संख्या बढ़ गई।
शनिवार का दिन होने के कारण अधिकांश यात्री बाहर से मलारना चौड़ में बाबा के दर्शन कर लौट रहे थे। यही कारण है कि दुर्घटना में घायल और मृतक यात्रियों में बाहर के यात्रियों की संख्या ज्यादा है। बस में 40 से अधिक यात्री बताए जा रहे हैं। अभी मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। सवाई माधोपुर जिले के पुलिस अधीक्षक मामन सिंह ने बताया कि पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बस नदी के मध्य में गिरी थी, इस कारण बचाव अभियान में ज्यादा दिक्कत आई।
नाबालिग को स्टैरिंग देना पड़ा जानलेवा
दुर्घटना के पीछे मुख्य कारण ड्राइवर का 16 साल के नाबालिग कंडक्टर को स्टैरिंग थमाना बताया जा रहा है। साथ ही कुछ लोग दुर्घटना के पीछे ट्रोले को ओवरटेक को कारण बता रहे हैं। घटना की अभी पुलिस जांच कर रही है। बस चलाने वाले ड्राइवर या कंडक्टर का क्या हुआ, यह अभी पता नहीं चल सका है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हादसे की जानकारी ली है। उन्होंने जिले के अधिकारियों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल मौके पर पहुंच गए। वह अधिकारियों से राहत और बचाव कार्य के बारे में अपडेट ले रहे हैं। आपदा प्रंबंधन सचिव हेमंत गेरा कलेक्टर से संपर्क कर बचाव अभियान की जानकारी ले रहे हैं। कोटा से एसटीआरएफ टीम को सवाईमाधोपुर भेजा गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आईजी आलोक वशिष्ठ घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। दुर्घटना की सूचना मिलने पर सवाईमाधोपुर विधायक दीया कुमारी भी जयपुर से सवाईमाधोपुर पहुंची हैं।