सौ साल में आई सबसे बड़ी बाढ़ ने केरल में भंयकर तबाही मचाई है। शनिवार को बाढ़ से 33 और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 357 तक पहुंच गई है। रविवार को बारिश से राहत मिलने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार से लेकर तमाम राज्य सरकारें केरल की मदद के लिए आगे आई हैं। साथ ही तमाम संगठन मदद के लिए फंड जुटा रहे हैं।
इसी सिलसिले में भारतीय तट रक्षक बल का एक पोत आईएनएस मैसूर मुंबई से केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए 65 टन राहत सामग्री लेकर रवाना हुआ है। तट रक्षक बल के पश्चिमी क्षेत्र के प्रवक्ता ने बताया कि संकल्प नाम के पोत से विभिन्न गैर सरकारी संगठनों और महाराष्ट्र सरकार की ओर से भी राहत सामग्री भेजी गई है। जिसके सोमवार सुबह कोच्चि बंदरगाह पहुंचने की संभावना है।
इसी के साथ भारतीय तट रक्षक बल का एक और पोत 50 टन राहत सामग्री के साथ न्यू मंगलुरु बंदरगाह से भी कोच्चि के लिए रवाना हुआ है। साथ ही तट रक्षक की 36 बचाव टीमें 38 रबड़ नौकाओं और 21 मशीनीकृत नौकाएं भी बचाव अभियान में जुटी हैं, जिससे अब तक 3000 बाढ़ पीड़ितों को बचाया जा चुका है।
Relief material for the flood affected Kerala being loaded on INS Mysore at Mumbai. #KeralaFloods pic.twitter.com/3hvMaDEHjj
— ANI (@ANI) August 19, 2018
एएनआई के मुताबिक, केरल में रेड अलर्ट हटा लिया गया है जबकि राज्य के 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहीं 2 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। ऑरेंज अलर्ट के तहत क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में बारिश की संभावना रहती है। जबकि येलो अलर्ट में कुछ हिस्से में बारिश का अनुमान होता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित केरल को तत्काल 500 करोड़ रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने सभी मृतकों के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये देने का भी ऐलान किया।
अब तक का सबसे बड़ा राहत अभियान
बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित केरल में एनडीआरएफ के जवान देश में अब तक का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में 58 टीमों को तैनात किया जाना है। इनमें से 55 टीमें बचाव में लगी हुई हैं और तीन रास्ते में हैं। उन्होंने बताया कि इन टीमों ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। किसी एक राज्य में इतनी टीमें एक साथ पहले कभी नहीं लगाईं गई थी। संख्या के लिहाज से यह एनडीआरएफ द्वारा स्थापना (2006) के बाद से चलाया गया सबसे बड़ा ऑपरेशन है। हर टीम में 35-40 कर्मी शामिल हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि यहां एक कंट्रोल रूम दिन-रात हालात पर निगाह रखे है और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में लगी अन्य एजेंसियों के साथ संपर्क में है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 3.14 लाख लोगों को राहत कैंपों में पहुंचाया जा चुका है।
500 करोड़ रुपये की राहत अच्छा कदम पर अपर्याप्तः राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बाढ़ग्रस्त केरल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता को अपर्याप्त बताया है। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि राहत के लिए इतनी धनराशि आवंटित करना अच्छा कदम है पर यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के सभी सांसदों और विधायकों से एक महीने का वेतन देने को कहा है।
कई राज्यों ने किया मदद का ऐलान
कई राज्यों ने भी केरल को मदद राशि देने का ऐलान किया है। तेलंगाना ने 25 करोड़, महाराष्ट्र ने 20 करोड़, उत्तर प्रदेश ने 15 करोड़, उत्तराखंड ने 5 करोड़, तमिलनाडु ने 5 करोड़, गुजरात ने 10 करोड़, झारखंड ने 5 करोड़, मध्य प्रदेश ने 10 करोड़, ओडिशा ने 5 करोड़, बिहार ने 10 करोड़, हरियाणा ने 10 करोड़, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 2 करोड़ रुपये की मदद राशि देने का ऐलान किया है। ओडिशा ने 5 करोड़ के अतिरिक्त आज फिर से 5 करोड़ की राहत राशि का ऐलान किया है। साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री ने 8 करोड़ की 500 मीट्रिक टन पॉलीथीन शीट भेजने का निर्देश दिया है।
Odisha CM announced additional financial assistance of Rs 5 Crore for Kerala from Chief Minister's Relief Fund. This is in addition to Rs 5 Cr sanctioned earlier. He has also ordered 500 MT of polythene sheets worth about Rs 8 Crores to be sent to Kerala. #KeralaFloods (file pic) pic.twitter.com/YDy2lpkEp7
— ANI (@ANI) August 19, 2018
रेलवे ने चलाई दो स्पेशल ट्रेन
केरल मे लगभग 6 लाख बाढ़ पीड़ित राहत शिविरों में रह रहे हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे ने बाढ़ प्रभावित एर्नाकुलम में फंसे लोगों को निकाल कर संत्रगाजी/हावड़ा लाने के लिए दो विशेष ट्रेन रवाना की है। राज्य परिवहन विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल सरकार के आग्रह पर दक्षिण पूर्व रेलवे दो विशेष ट्रेन रवाना करेगी। बाढ़ की वजह से परिवहन सेवा बुरी तरह प्रभावित होने से केरल में पश्चिम बंगाल के कई पर्यटक और वहां काम करने वाले अन्य लोग फंस गए हैं।