केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में मंगलवार यानी आज एक जनसभा में बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदाय को आरक्षण दिए जाने की तैयारी है। इसे लेकर कमीशन ने अपनी सिफारिशें भेज दी हैं। साथ ही उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा। गृहमंत्री ने कहा कि पहले सिर्फ प्रदेश में तीन परिवारों तक ही लोकतंत्र सीमित था, लेकिन अब इसमें तीन हजार से अधिक लोग सीधे शामिल हुए हैं। यहां पंचायतों तक लोकतंत्र पहुंचा है।
इससे पहले शाह ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की और मां भगवती से शांति और समृद्धि की कामना की। राजोरी में जनसभा में शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे।
राजौरी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35A हटने से यहां पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदाय के लोगों को यह आरक्षण मिलना है।
J&K | After the abrogation of 370A, the process for reservation has been cleared. Justice Sharma's commission has sent the report and recommended reservation for Gujjar, Bakarwal and Pahari communities and it will be given soon: Union Home Minister Amit Shah, in Rajouri pic.twitter.com/LrfJYWC5xG
— ANI (@ANI) October 4, 2022
शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। आज मोदी जी पूरे जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं, 70 साल में इन तीन परिवारों ने दिया क्या?
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को एक महत्वपूर्ण फैसला दिया और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा दिया। अगर अनुच्छेद 370 और 35ए नहीं हटता तो क्या जम्मू-कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता?
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आज यहां मोदी-मोदी के नारे लग रहे हैं। ये नारे ऐसी तमाम आशंकाओं को जवाब हैं। आर्टिकल 370 हटने के बाद से बीते तीन सालों में आतंकवाद की 721 घटनाएं हुई हैं। इससे पहले के तीन सालों में आतंकवादी हमलों की संख्या 4 हजार से ज्यादा थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों के खिलाफ मुहिम चलाई थी, यह उसका परिणाम है।