हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। 2014 बैच की आईएएस अधिकारी ने नौकरी से इस्तीफा देने का कुछ दिन पहले ही निर्णय लिया था। वह सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट डिपार्टमेंट में एडिशनल डायरेक्टर पद पर तैनात थी। उन्होंने वीडियो जारी कर अपनी और बहन की जान का खतरा बताया था।
उत्तर प्रदेश की रहने वाली आईएएस अधिकारी रानी नागर अपनी सुरक्षा को लेकर लगातार चिंतित थी। उन्होंने हरियाणा में एक मामले को लेकर हाईकोर्ट में भी शिकायत लगा रखी थी। इसी के चलते आज उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
फेसबुक पोस्ट पर भी दी थी सूचना
उन्होंने इस्तीफे के बारे में फेसबुक पर पोस्ट डालकर लिखा कि मैं रानी नागर पुत्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आज 4 मई को आईएएस के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ़ से अपने पैतृक शहर गाजियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।
वीडियो जारी कर बताया था जान को खतरा
आईएएस रानी नागर व उनकी बहन रीमा नागर ने 17 अप्रैल 2020 को जारी वीडियो में कहा है कि अगर उन्हें कुछ हो जाए या वे लापता हो जाएं तो उनके इस वीडियो को बतौर बयान सीजेएम चंडीगढ़ की अदालत में विचाराधीन केस संख्या 3573/2019 में दर्ज कराएं। आईएएस रानी नागर ने कहा है कि वरिष्ठ आईएएस सुनील गुलाटी व चंडीगढ़ पुलिस के कुछ अफसरों के खिलाफ उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हुआ है। वे दिसंबर 2019 से यूटी गेस्ट हाउस चंडीगढ़ के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं।