मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी पलवल के प्रमुख हाजी युनूस के अनुसार मेवात में कई ऐसे कारखाने हैं जहां पशुओं के शरीर के कुछ हिस्से मिलते हैं। यह हिस्से मछली का भोजन होते हैं। इन्हें खरीदने और बेचने के लिए बाकायदा लाइसेंस बने हुए हैं। युनूस के अनुसार आज मेवात से हापुड़ का एक छोटा ट्रक एक कारखाने से भैंसे की आंते और अन्य अंगों का मांस लेकर हापुड़ जा रहा था। पलवल के पिठवाड़ी चौक पर बजरंग दल के कुछ सदस्यों ने ट्रक को रोक लिया। तब तक अफवाह फैलाई जा चुकी थी कि ट्रक में गोमांस है। ड्राइवर तो मौके से भागने में कामयाब रहा लेकिन उसका साथी भीड़ के हाथ लग गया। युनूस के अनुसार उसे बुरी तरह से पीटा गया है। मौके पर पुलिस के पहुंचने पर उसकी जान बच गई।
हाजी युनूस का कहना है कि मछलियों के चारे के लिए अलीगढ़-हापुड़ से अक्सर यह ट्रक इस तरह के मांस को लेकर जाते हैं। यह सारा काम वैध तरीके से होता है। युनूस का कहना है कि कानून को अपने हाथ में लेकर और इस प्रकार की अफवाहें फैलाकर भाईचारे को खतरे में न डाला जाए। अगर किसी को लगता है कि किसी ट्रक में गोमांस जा रहा है तो बाकायदा उसे रुकवाकर उस मांस का मेडिकल टेस्ट करवाया जाना चाहिए। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे आफताब अहमद का कहना है कि ट्रक में किसी प्रकार का कोई मांस था ही नहीं। कम से कम सारी स्थिति को जानकर ही कुछ किया जाना चाहिए। उनके अनुसार आज जो पलवल में हुआ है वो हिंदू-मुस्लिम सौहार्द खराब करने की कोशिश है। इस बारे में एसपी राजेश भोगल से बात की गई तो उन्होंने इस बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इंकार कर दिया।