महिलाओं के साथ हुई घटनाओं पर पुलिस के रवैये से खफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप है। संभल के एसपी राधे मोहन भारद्वाज और प्रतापगढ़ के एसपी संतोष कुमार सिंह-1 को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, दोनों जिलों में यमुना प्रसाद को संभल और देव रंजन वर्मा को प्रतापगढ़ का नया एसपी नियुक्त किया गया है।
प्रदेश सरकार लॉ एंड आर्डर को लेकर चुनावी साल में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसीलिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई की गई है। संभल में एक महिला को गैंगरेप के बाद जिंदा जलाने और प्रतापगढ़ में एक किशोरी की मौत के मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप है।
संभल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि शनिवार की भोर में आराम सिंह समेत पांच लोगों ने घर में घुसकर तमंचे के बल पर उसकी पत्नी से दुष्कर्म किया। उसका कहना था कि वह गाजियाबाद में मजदूरी करता है, जबकि उसकी पत्नी सात वर्षीय बेटी के साथ रजपुरा थाना क्षेत्र स्थित गांव में रहती थी। वारदात के बाद आरोपी मुंह बंद रखने की धमकी देकर चले गए। उसके बाद उसकी पत्नी ने अपने ममेरे भाई को इस घटना के बारे में जानकारी दी। कुछ देर बाद आरोपी फिर उसके घर आ गए और पास में बने मंदिर परिसर स्थित झोपड़ी में ले जाकर उसे जिन्दा फूंक दिया। इस मामले में एडीजी प्रेम प्रकाश ने चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया था।
मामले में पुलिस ने लापरवाही बरतते हुए पोस्टमार्ट कराए बिना ही कह दिया था कि गैंगरेप नहीं हुआ। हालात को सामान्य करने के लिए एडीजी को स्वयं गांव में डेरा डालना पड़ा। पुलिस ने सोमवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, प्रतापगढ़ के कुंडा थाना क्षेत्र में एक किशोरी ने छेड़खानी से आजिज आकर पेड़ से लटककर फांसी लगा ली थी।
इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई थी और एसओ समेत दो पुलिसर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। अब एसपी पर भी कार्रवाई हुई है। दोनों जिलों के एसपी को निलंबित करने की जानकारी प्रमुख सचिव गृह ने सोमवार रात प्रेस नोट जारी कर दी।