बीआरओ यानी बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए 14,931 फुट कुंजम व 16,043 फुट ऊंचे बारालाचाला दर्रा मार्च माह में पहली बार वाहनों के लिए खोल दिया है। रात दिन कड़ी मेहनत करने के बाद बीआरओ ने ये उपलब्धि हासिल की है।
अमूमन ये दर्रे मई माह में ही खुलते थे। लेकिन इन बार बर्फ़ को चीरते हुए बीआरओ ने मार्च माह में ही इन दर्रो को खोल दिया है। हालांकि इस वर्ष बर्फ़बारी भी कम हुई है।
सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बताया कि 3 मार्च से बीआरओ ने सरचू से सड़क खोलने का कार्य शुरू किया था। लेह को सड़क से जोड़ने के लिए बीआरओ ने दिन रात मेहनत की इस दौरान कई मुश्किलें भी पेश आई आखिरकार 16000 फ़ीट की ऊंचाई वाले बारालाचाला पास को खोल दिया गया। 20 किलोमीटर की सड़क को माइनस डिग्री तापमान में 15 से 20 फ़ीट तक की बर्फ़ को हटाया गया। ये सड़क चीन सीमा के साथ लगती है व सुरक्षा की दृष्टि से अहम है।
रोहतांग टनल बनने के बाद सीमा सुरक्षा बल ने इस कार्य को बखूबी निभाया । इसे मनाली लेह ,जो सुरक्षा की दृष्टि से अधिक महत्वपूर्ण है, राष्ट्रीय उच्च मार्ग के जल्दी खुलने की उम्मीद की जा रही है।