केंद्र सरकार ने हरियाणा का प्रतिदिन ऑक्सीजन कोटा 156 टन से बढ़ाकर 282 टन कर दिया है बावजूद इसके अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की किल्ल्त के चलते काेरोना ग्रस्त मरीजों की सांसे थम रही हैं। ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा है पर खाली सिलेंडरों की किल्ल्त के चलते आपूर्ति सामान्य नहीं हो पा रही है। गुड़गांव, फरीदाबाद, रोहतक, पानीपत और हिसार में सिलेंडरों की किल्लत की वजह से पिछले एक सप्ताह से इन शहरों के ऑक्सीजन कोटे में 30 फीसदी का उपयोग नहीं किया जा सका।
हरियाणा के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के मुताबिक राज्य के बड़े शहरों में ऑक्सीजन पंहुचाने के लिए सिलेंडर और वैसल की कमी की शिकायतें आ रही है। खासकर गुड़गांव,फरीदाबाद जैसे इलाकों में ऑक्सीजन की ज्यादा मांग है वहां सिलेंडरों में भरकर अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में लॉजिस्टक की समस्या है। जिन छोटे स्टील प्लांटों ने इंडस्ट्रियल गैस बंद करके मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरु की है वे कम दूरी के लिए भी ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति करने में सक्षम नहीं हैं क्योंकि उनके पास सिलेंडर नहीं हैं।
इधर ऑक्सीजन की किल्लत से हिसार,फरीदाबाद,पानीपत और गुड़गांव के अस्पतालों में अप्रैल के आखिरी हफ्ते में दर्जनभर से अधिक मरीजों ने दम तोड़ा है। विज के मुताबिक हर जिला अस्तपाल के अलावा सब डिविजन स्तर के 30, 50, 100 और 200 बेड की क्षमता वाले सभी सरकारी अस्पतालों में केन्द्र सरकार की मदद से 60 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जायेंगे। इससे सिलेंडर की समस्या भी दूर होगी। अस्पतालों के अलावा ऑक्सीजन बनाने की पीएसए तकनीक आधारित 6 प्लांट फरीदाबाद, सोनीपत, करनाल, अम्बाला, पंचकूला और हिसार में बनकर तैयार हैं”।
इस बीच ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के आरोप में फरीदाबाद से गिरफ्तार कांग्रेस के एक नेता के घर से ऑक्सीन के सिलेंडराें का जखीरा बरामद हुआ है। बरामद हुए 50 ऑक्सीजन सिलेंडर में से 8 भरे हुए थे। जबकि बाकी खाली थे। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि खाली सिलेंडर भी वह प्रतिदिन 3,000 रुपए किराए पर देता था।