उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में सख्ती दिखाई है, जिसका साइड इफेक्ट भी दिख रहा है।
यूपी बोर्ड की परीक्षा में मूल्यांकन के दौरान उस वक्त दिलचस्प नजारा देखने को मिला जब एक छात्र ने पास होने के लिए अपनी आंसर शीट पर लिख दिया, 'सरजी, महोदय मेरी तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण मैंने साफ नहीं लिखा। कृपा करके मुझ पर दया करें। मैं बहुत गरीब हूं।'
यही नहीं, कुछ कॉपियों में नोट नत्थी मिले। यह मामला फिरोजाबाद जिले का है, जहां 12वीं बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने का काम चल रहा था आंसर शीट में सवाल का जवाब लिखने के बजाए कुछ छात्रों ने 50 और 100 रुपये के नोट रख दिए।
वहीं, जब शिक्षकों से इसको लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'हम केवल मेरिट के आधार पर ही अंक देते हैं। हम लोगों में से किसी ने भी उत्तर पुस्तिकाओं में रखे पैसे को अपने पास नहीं रखा है।'
Currency notes found in answer sheets during the checking of 12th board examination papers in Firozabad, UP. Teachers say, 'we are giving marks only on merit. None of us are accepting the money found in the answer sheets.' pic.twitter.com/mPF48RKnVN
— ANI UP (@ANINewsUP) March 19, 2018
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षा के दौरान योगी सरकार ने काफी सख्ती बरती। हालत यह रही कि 12 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने पेपर छोड़ दिया। लखनऊ में सरकार के एक साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम 'एक साल नई मिसाल' के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात का खास तौर पर जिक्र किया।