आम आदमी पार्टी से इस्तीफे के बाद सुखपाल खैहरा ने मंगलवार को अपनी नई पार्टी लॉन्च की। उनकी पार्टी का नाम ‘पंजाबी एकता पार्टी’ है। इस मौके पर खैहरा ने कहा कि हम सबने मिलकर बड़ा और मुश्किल फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी दुनिया भर के पंजाबियों के लिए होगी। परंपरागत पार्टियां दशकों से लोगों के मुद्दों को दरकिनार कर लूटखसोट में लगी हैं। हम लोगों को तीसरा विकल्प देंगे।
भगवंत मान पर निशाना साधा
उन्होंने भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि मान कह रहे हैं कि सीट क्यों नहीं छोड़ते। जब पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया तो सीट तो छोड़ी ही जा चुकी है। खैहरा ने कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ा गया था, बाकी 97 के हारने की जिम्मेदारी किसकी है। भुलत्थ हलके की सियासत में उनका परिवार आधी सदी से सक्रिय है, लोगों ने उनके किरदार पर वोट दिए हैं।
‘आप’ से दिया इस्तीफा
6 जनवरी को सुखपाल सिंह खैहरा ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने सिद्धांतों और विचारधारा से भटक चुकी है। आम आदमी पार्टी के आधा दर्जन विधायकों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। यही नहीं सुखपाल खैहरा ने तीसरा मोर्चा खड़ा करने के लिए इंसाफ मार्च भी किया था। उनके इस्तीफे से पहले आप विधायक एचएस फूलका ने भी अपना इस्तीफा पार्टी को सौंप दिया था।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में 'आप' से निलंबित थे खैहरा
खैहरा और फूलका के इस्तीफे के बाद पंजाब विधान सभा में आप विधायकों की संख्या 18 रह गई है। खैहरा ने पार्टी के अध्यक्ष व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिख कर कहा कि पार्टी ने उन्हें अपमानित किया। यही नहीं खैहरा ने अपने पत्र में यह भी कहा कि अन्ना हजारे मूवमेंट से निकली आप अपने उद्देश्यों से भटक चुकी है। जिस उद्देश्य को लेकर वह आप से जुड़े। बता दें कि खैहरा पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से बाहर चल रहे थे।