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मंजू वर्मा की गिरफ्तारी में देरी से सुप्रीम कोर्ट नाराज, बिहार डीजीपी को किया तलब

  बिहार की पूर्व कैबिनेट मंत्री मंजू वर्मा के बारे में कोई जानकारी न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य की...
मंजू वर्मा की गिरफ्तारी में देरी से सुप्रीम कोर्ट नाराज, बिहार डीजीपी को किया तलब

 

बिहार की पूर्व कैबिनेट मंत्री मंजू वर्मा के बारे में कोई जानकारी न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य की पुलिस को कड़ी फटकार लगाई और तंज कसते हुए इसे ‘फैंटास्टिक’ कहा और राज्य के डीजीपी को अगली सुनवाई में उपस्थित रहने का आदेश दिया है। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम और घर से मिले अवैध हथियारों के मामले में राज्य पुलिस को उनकी तलाश है।

बिहार सरकार में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के घर से उस वक्त अवैध हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए थे जब सीबीआइ ने उनके घर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्चियों के यौन शोषण के मामले में छापा डाला था। तब से बिहार पुलिस मंजू वर्मा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है और कोर्ट को उसने बताया कि न ही पुलिस के पास उनकी कोई जानकारी है। इसी मसले पर सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई कर रहे जज मदन लोकुर ने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा “फैंटांस्टिक! कैबिनेट मिनिस्टर फरार हैं, फैंटास्टिक. यह कैसे हो सकता है कि एक कैबिनेट मिनिस्टर गायब है और किसी को पता ही नहीं है कि वह कहां हैं? आपको इसकी गंभीरता का एहसास है कि (आप) कैबिनेट मिनिस्टर को नहीं खोज पा रहे हैं। यह तो अति हो गई!”

नीतीश सरकार में थीं समाज कल्याण मंत्री
बता दें कि नीतीश सरकार में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को शेल्टर होम मामले में अपने पति चंदेश्वर वर्मा का नाम आने पर पद से इस्तीफा देने पड़ा था। हालांकि उन्होंने कहा था कि इस मामले में जानबूझकर उनका नाम उछाला जा रहा है। सीबीआई ने 17 अगस्त को वर्मा के पटना स्थित आवास और उनके बेगूसराय स्थित ससुराल समेत राज्य के चार जिलों में उनके करीब 12 ठिकानों पर छापे मारे थे। छापेमारी के दौरान मंजू वर्मा के घर से सीबीआई की टीम को 50 जिंदा कारतूस मिले थे। इस मामले में सीबीआई के डीएसपी ने चेरिया बरियारपुर थाने में मामला दर्ज कराया था।

क्या है मामला
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 34 लड़कियों से कथित रेप का आरोप है। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) की राज्य समाज कल्याण विभाग को भेजी गई रिपोर्ट में इस मामले का खुलासा हुआ था। 42 लड़कियों का मेडिकल किया गया था जिसमें में 34 लड़कियों के यौन शोषण की पुष्टि हुई थी।

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