आगरा का ताजमहल एक बार फिर पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह मुगलकालीन धरोहर देश का सबसे अधिक देखा जाने वाला संरक्षित टिकटेड स्मारक रहा। पर्यटन मंत्रालय की ओर से विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर) पर जारी इंडिया टूरिज्म डेटा कम्पेंडियम 2025 में यह जानकारी सामने आई।
रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान ताजमहल ने घरेलू पर्यटकों (62.6 लाख) और विदेशी पर्यटकों (6.45 लाख) दोनों की संख्या में शीर्ष स्थान हासिल किया। 17वीं सदी में शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया यह सफेद संगमरमर का मकबरा आज भी भारतीय और विदेशी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
घरेलू पर्यटकों की पसंद में ओडिशा का कोणार्क सूर्य मंदिर (35.7 लाख) और दिल्ली का कुतुब मीनार (32 लाख) ताजमहल के बाद दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, विदेशी पर्यटकों में ताजमहल के बाद आगरा किला (2.2 लाख) और कुतुब मीनार (2.2 लाख) सबसे ज्यादा देखे गए।
पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, साल 2024 में भारत में विदेशी पर्यटकों की आमद (FTA) 99.5 लाख तक पहुंच गई, जो 2023 के मुकाबले 4.52% अधिक है। वहीं, प्रवासी भारतीयों (NRI) के आगमन में 13.22% की वृद्धि दर्ज की गई और संख्या 1.06 करोड़ तक पहुंच गई।
इस तरह भारत में इंटरनेशनल टूरिस्ट अराइवल्स (ITA) का आंकड़ा 2.05 करोड़ रहा, जो 2023 के मुकाबले 8.89% और 2019 की तुलना में 14.82% ज्यादा है।
कार्यक्रम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि पर्यटन सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि आर्थिक परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समावेशन का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने जोर दिया कि “भारत को विक्सित भारत 2047 की ओर बढ़ते हुए पर्यटन रणनीति में स्थिरता और हरित विकास को केंद्र में रखना होगा।”
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत से विदेश यात्रा भी तेजी से बढ़ी है। 2024 में 3.08 करोड़ भारतीयों ने विदेश यात्राएं कीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.79% अधिक है। इनमें संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और अमेरिका भारतीय पर्यटकों के लिए शीर्ष गंतव्य रहे।
पर्यटन क्षेत्र ने 2023-24 में देश में लगभग 8.46 करोड़ रोजगार (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष) सृजित किए और जीडीपी में 5.22% का योगदान दिया।