इस माफी पर पंजाब के कई सिख संगठन नाराज थे। वैसे अकालतख्त साहिब के फैसलों पर न के बराबर उंगली उठी है। आमतौर पर इन फैसलों को चुनौती भी नहीं दी जाती है। लेकिन पंजाब में राम रहीम को दी गई माफी का कई सिख संगठन विरोध कर रहे थे। इसके अलावा राम रहीम की फिल्म एमएसजी-2 को पंजाब में रिलीज करने की इजाजत देने पर सरकार का विरोध हो रहा था। इसी बीच कोटकपूरा के गांव बुर्ज जवाहरसिंहवाला में गुरू ग्रंथ साहिब वाला विवाद हो गया। इस विवाद ने आग में घी का काम किया। सिख संगठन तो पहले से ही गुस्से से भरे हुए थे, गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी वाले मामले से माहौल हिंसात्मक हो गया।
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने विरोध प्रदर्शन कर रहे सिखों के खिलाफ एफआईआर रद्द करने के लिए कह दिया है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पंजाब की मालवा पट्टी के कई जिलों में गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर इतना विवाद हो गया कि इसने हिंसा का रूप ले लिया। दो लोगों की मौत हो गई और सौ के करीब लोग घायल हो गए।