पुलिस महानिदेशक एस. नीतिथयनदंम ने पीटीआई-भाषा से कहा कि हेलीकॉप्टर में सवार तीनों लोगों का पता लगाने के लिए आस-पास के क्षेत्र में खोज अभियान चलाया गया है।
डॉफिन वीटी पीएचके हेलीकॉप्टर ने चार अगस्त को नहरलगून हैलीपैड से सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास उड़ान भरी थी और खोंसा में उतरा था। इसके बाद यह तीरप जिले के उपायुक्त कमलेश कुमार जोशी के साथ लगभग सवा दस बजे लोंदिंग के लिए उड़ा, लेकिन कुछ ही मिनट बाद लापता हो गया। तीरप और चांगलांग के जिला प्रशासन एवं सुरक्षा बलों ने लापता हेलीकॉप्टर की खोज के लिए बड़े पैमाने पर खोज अभियान चलाया। वर्ष 2010 के बाद से अब तक यह पवन हंस के हेलीकॉप्टर के साथ पांचवा बड़ा हादसा है। हेलीकॉप्टर का मलबा मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और नागरिक विमानन सचिव के साथ बैठक बुलाई है।