दिल्ली सरकार की तरफ से अधिकारियों की कथित हड़ताल और असहयोग के आरोप को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच गतिरोध जारी है। आज इसे लेकर आम आदमी पार्टी पीएम आवास का घेराव कर रही है।
वहीं, इस मामले पर आईएएस एसोसिएशन का पक्ष सामने आया है। एसोसिएशन की मनीषा सक्सेना का कहना है, 'हम हड़ताल पर नहीं हैं। इस तरह की सूचना गलत और आधारहीन है कि दिल्ली के आईएएस अफसर हड़ताल पर हैं। हम मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं और कई बार छुट्टियों पर भी काम कर रहे हैं।'
एसोसिएशन की वर्षा जोशी ने कहा, 'हमें हमारा काम करने दीजिए। हम डरे हुए और पीड़ित महसूस कर रहे हैं। हमें पूरी तरह राजनीतिक कारणों से इस्तेमाल किया जा रहा है।'
Let us do our work. We are feeling frightened and victimised. We are being used for completely political reasons: Varsha Joshi, IAS Association
I would like to inform that we are not on strike. The information that IAS officers in Delhi are on strike is completely false & baseless. We are attending meetings, all depts are doing their works. We are sometimes also working on holidays: Manisha Saxena, IAS Association #Delhi pic.twitter.com/4AE90onyYi
— ANI (@ANI) June 17, 2018
एलजी और अफसरों के जरिये दिल्ली सरकार को काम ना करने देने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी रविवार को पीएम आवास का घेराव कर रही है। इसके मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन बंद किए जाने की खबर है। केंद्र की मोदी सरकार, एलजी और अफसरों के रवैये के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरोध-प्रदर्शन का कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक दलों ने समर्थन किया है।
विरोध मार्च को लेकर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'मैं एलजी, पीएमओ और दिल्ली पुलिस को आश्वासन देता हूं कि किसी तरह की हिंसा नहीं होगी। लोग सिर्फ प्रधानमंत्री को बताना चाहते हैं कि उनके द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल दिल्ली के साथ अन्याय कर रहे हैं। उनसे आईएएस अधिकारियों को भी काम पर वापस आने के लिए कहने का अनुरोध किया जाएगा, जो पिछले 4 महीनों से हड़ताल पर हैं।'