मशहूर फैशन डिजाइनर अभिषेक दत्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया, ये लोग फैशन परिधान बनाएंगे और इन्हें बुटीक के जरिए बेचा जाएगा। मेरी टीम कारागार परिसर के अंदर कार्यशाला का आयोजन कर रही है और हमने पहले ही 24 अत्याधुनिक सिलाई मशीनों को स्थापित कर दिया है।
दत्ता ने बताया कि अधिकतर कैदी गंभीर अपराधों में दोषी हैं जबकि शेष विचाराधीन हैं और सुधार गृह के अधिकारी उन्हें हर तरह से मदद उपलब्ध करा रहे हैं।
दत्ता ने बताया, इससे पहले जब एक कार्यक्रम के दौरान मैं कारागार के अधिकारियों से मिला तो उन्होंने कैदियों के लिए कुछ करने के उद्देश्य से मुझसे संपर्क किया था और इस तरह यह सिलसिला शुरू हुआ। दत्ता पश्चिम बंगाल सरकार के ‘तंतुजा’ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
कारागार के अधिकारी ने बताया, हमने दत्ता के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की थी और उन्होंने भी यह स्पष्ट किया था कि वह सिर्फ दीर्घकालिक आधार पर ही काम करेंगे।
अभिनेता परमब्रत चटर्जी ने भी इस पहल का समर्थन किया है और कहा है कि वह कैदियों के सिले फैशन परिधानों के लिए प्रचार करेंगे।
एजेंसी