मुंबई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के उद्योग जगत को प्रधानमंत्री के '$5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था' के संकल्प को पूरा करने में योगदान का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि देश में सबसे बड़ी आबादी का राज्य उत्तर प्रदेश इस संकल्प को पूरा करने के लिए तत्परता से काम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस समृद्ध आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की है उसकी राह उत्तर प्रदेश से होकर जाती है। यूपी में पोटेंशियल है, विजन है और अपार संभावनाएं हैं। हम अपने प्रदेश में निवेशकों को हर जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं। इन संभावनाओं का लाभ लेने को उत्तर प्रदेश में उद्योग जगत का स्वागत है।
गुरुवार को देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुम्बई में देश के दिग्गज उद्योगपतियों, वित्तीय, बैंकिंग व औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, कारोबारियों, निवेशकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी को 10-12 फरवरी तक लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भागीदारी का निमंत्रण दिया। जीआईएस 23 के संबंध में विदेशों में हुए यूपी रोड शो की सफलता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद यह पहला मौका था जब निवेशकों को आमन्त्रण देने टीम यूपी 16 देशों के 21 शहरों में गई। हमें वहां शानदार रिस्पांस मिला। इस दौरान सात लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव हमें मिले हैं। वहीं घरेलू निवेशकों से संवाद के लिए जारी रोड शो के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, इसलिए यहां अपनों को आमन्त्रण देने मैं स्वयं आया हूं। बड़ी संख्या में निवेशकों की मौजूदगी देख मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी उपस्थिति 'टीम यूपी' के लिए उत्साहवर्धक है।
डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के वाणिज्यिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक मूल्यों, परंपराओं, विविधताओं से उद्योग जगत को अवगत कराते हुए निवेश के दृष्टिगगत इनमें निहित संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक यूपी की हालत जैसी थी, उससे सभी परिचित हैं। न वहां बेटियां सुरक्षित थीं, न व्यापारी और निवेशक लेकिन आज पूरा परिदृश्य बदल चुका है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के 'पंच प्रण' का संदर्भ लेते हुए मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत से इन प्रणों को पूरा करने के लिए आगे बढ़कर योगदान करने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, ऐसे मौके पर भारत, ब्रिटेन को पीछे कर दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आज प्रधानमंत्री मोदी के यशस्वी नेतृत्व में भारत दुनिया के 20 ताकतवर देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है।
भट्टा-परसौल में कभी गोली कांड हुआ था, आज किसान खुशी से दे रहे जमीन:
प्रदेश में निवेश अनुकूल माहौल के सृजन और सकारात्मक बदलाव के लिए प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन को श्रेय देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में हर दिन दंगा होता था, आज छह वर्ष होने को हैं केकिन कहीं एक भी दंगा नहीं हुआ। जमीन अधिग्रहण के लिए भट्टा-परसौल में गोली कांड से सभी परिचित होंगे, लेकिन आज जबकि हम उसी भूमि पर एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बना रहे हैं तो इस परियोजना के चौथे फेज के लिए जमीन अधिग्रहीत हो चुकी है। किसान खुद अपनी जमीन के रजिस्ट्री कागज मुख्यमंत्री आवास पर आकर सौंप रहे हैं। निवेशकों को यूपी आने का आमंत्रण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां उद्योगों के लिए पहली जरूरत 'जमीन' की कोई कमी नहीं है। हमने तो एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स बनाया है और आज हमारे पास बड़ा लैंडबैंक उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय पूरी दुनिया पस्त थी, लेकिन यूपी में उद्योग चलते रहे। हमारी सारी चीनी मिलें पूरे कोविड काल में चलती रहीं। कोरोना से पूरी दुनिया पस्त थी, हमारे यहां एक भी इंडस्ट्री बंद नहीं हुआ। एक्सपोर्ट को रुकने नहीं दिया।
बेहतर कनेक्टिविटी, अपार संभावनाएं.उद्योगों के विकास अनुकूल है माहौल:
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दुनिया में चार ही देश ऐसे हैं जहां यूपी से ज्यादा आबादी है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक उर्वरा भूमि वाला राज्य है। हमारे पास देश की कुल कृषि भूमि का 11% है लेकिन हम 20% खाद्यान्न पैदा करते हैं। मिलकर थोड़ा प्रयास किया जाए तो हम देश की कुल जरूरत का 30% से ज्यादा खाद्यान्न अकेले उत्पादन कर सकते हैं। यह पवित्र भूमि है। जब आम आदमी अपनी जडें तलाशता है तो यूपी की ओर देखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के इस हृदय स्थल प्रदेश में कृषि हो, फ़ूड प्रोसेसिंग हो या फिर डेयरी, स्टार्ट अप, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, रक्षा उत्पादन आदि, ऐसा कोई सेक्टर नहीं जिसके लिए यूपी में संभावनाएं न हों। यूपी के विकास के लिए जारी प्रयासों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले यहां 02 एयरपोर्ट थे, आज 09 क्रियाशील हो चुके हैं और 10 पर काम जारी है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पूर्वी यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे है तो बुंदेलखंड में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है। राष्ट्रीय राजधानी से यूपी को जोड़ने के लिए यमुना और आगरा एक्सप्रेसवे है। यूपी की सीमा से जुड़े राज्यों और नेपाल से 4 लेन रोड की कनेक्टिविटी है तो हमारे सारे जिले लखनऊ से 4 लेन सड़क से जुड़े हुए हैं। 05 शहरों में मेट्रो है तो अभी परसों ही रैपिड रेल का ट्रायल भी हुआ है। यूपी म लैंडलॉक प्रदेश की समस्या भी खत्म हो गई है। हमारे यहां देश का पहला वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया तक शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी औद्योगिक परियोजनाओं के लिए जरूरी एमएसएमई इकाइयों का हमने क्लस्टर आधारित विकास किया है। 96 लाख एमएसएमई इकाइयां यूपी में पंजीकृत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश संभवतः पहला राज्य होगा जहां ₹4.68 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए और 5 साल में 4 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट जमीन पर उतर भी आये।
यूपी जीआईएस उद्योग जगत को आमंत्रित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आपको सुरक्षा सहित हर जरूरी संसाधन देंगे। हमारे निवेश मित्र और निवेश सारथी पोर्टल निवेशकों के लिए बड़ी उपयोगिता वाले हैं। हमने यह सुनिश्चित किया है कि औद्योगिक परियोजनाओं की प्रक्रिया में सरकार के स्तर से मानवीय हस्तक्षेप शून्य रहे। एमओयू होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय सीधे परियोजना की प्रगति पर नजर रखता है। प्रदेश हित में निवेशक की सहूलियत और परियोजना की समयबद्धता और गुणवत्ता के लिए हम हर जरूरी प्रयास कर रहे हैं।
योगी के विजन से जुड़ने उमड़े उद्यमी, गूंजती रहीं तालियां :
देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई स्थित होटल ताजमहल के भव्य परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सुनने, उनके विजन से जुड़ने, बड़ी संख्या में उद्योगपति, निवेशक, बैंकिंग व वित्तीय जगत के दिग्गजों सहित औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि व अनेक कारोबारी मौजूद थे। मुम्बई में मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी को लेकर उद्योग जगत के उत्साह का आकलन इसी से किया जा सकता है कि कार्यक्रम स्थल पर खड़े रहने भर को जगह खाली न थी, तो मुख्यमंत्री का उद्बोधन खत्म होने तक सभागार के बाहर लंबी कतार में भी लोग खड़े रहे। मुख्यमंत्री का औपचारिक उद्बोधन समाप्त होने के बाद सभागार में मौजूद सभी ने खड़े होकर मुख्यमंत्री के सम्मान में तालियां बजाईं।
मेरा अनुभव बताता है "यूपी जो कहता है यूपी वो करता है": निरंजन हीरानंदानी
हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी ने सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाले नए उत्तर प्रदेश की नीतियों, माहौल और कार्यशैली की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। अपने निजी अनुभव साझा करते हुए उन्होंने उद्योग जगत के अपने साथियों से कहा कि ग्रेटर नोएडा में हमने हाल ही में विश्वस्तरीय डेटा सेंटर पार्क की स्थापना की है। कोविड काल के समय अगस्त 2020 में इस प्रोजेक्ट का आइडिया आया था और हमारी बातचीत उत्तर प्रदेश सरकार से शुरू हुई। कोविड के बीच ही हमने सितंबर में आवेदन किया, अक्टूबर में हमें जमीन आवंटित हो गई और दिसंबर में मुख्यमंत्री योगी ने परियोजना का शिलान्यास किया। जनवरी 2021 में परियोजना के लिए आवश्यक क्लियरेंस मिल गई और मार्च 2021 से डाटा सेंटर का निर्माण शुरू हो गया। और अभी 31 अक्टूबर को इसका लोकार्पण भी हो गया। हीरानंदानी ग्रुप के इतिहास में यह पहला मौका था, जब इतनी बड़ी परियोजना पूरी तरह वर्चुअल प्रोसेस के साथ मात्र 24 माह में पूरी हो गई। सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अरबपति कारोबारी निरंजन ने कहा कि मैने अपने पिता से पूछा था कि यूपी के इस प्रोजेक्ट में अगर लोकल गुंडे या स्थानीय राजनीतिक हस्तक्षेप हुआ तो क्या होगा। फिर योगी जी ने कहा कि यूपी में या तो गुंडे जेल में हैं या प्रदेश से बाहर हैं और सच में हमें ऐसा ही अनुभव मिला। इस साल के अंत तक हम इस डेटा सेंटर पार्क में ₹6500 करोड़ इन्वेस्ट कर चुके होंगे और आज तक कहीं से कोई दिक्कत नहीं आई, न राजनीतिक और न ही अराजक तत्वों की ओर से। इसीलिए आज यह कहने में कोई संकोच नहीं कि 'यूपी जो कहता है-यूपी वो करता है। निरंजन हीरानंदानी ने जोर देते हुए कहा कि यूपी भ्रष्टाचार मुक्त हो गया है। मेरे मुम्बई के साथियों को यूपी जाना चाहिए, शानदार अनुभव होगा। यूपी का माहौल में काम करने का सुखद अनुभव होगा।
हमारे पास नहीं आया यूपी, हम खुद गए योगी के पास: सीआईआई :
सम्मेलन में सीआईआई के अध्यक्ष और बजाज फिनसर्व लिमिटेड के चेयरमैन संजीव बजाज ने मुख्यमंत्री योगी के विजन को स्थायी और समावेशी विकास के लिए उदाहरण बताते हुए कहा कि आज हम अगर यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के इंडस्ट्री पार्टनर हैं तो इसके लिए हम खुद चाहते थे। यूपी हमारे पास नहीं आया, हम मुख्यमंत्री योगी की सोच, विजन और कार्यप्रणाली से इतने प्रभावित हैं कि हमने खुद समिट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि भारत का विकास बिना यूपी के संभव नहीं है और यूपी का विकास इसीलिए हो पा रहा है, क्योंकि वहां योगी आदित्यनाथ जैसा स्पष्ट विजन और प्रोएक्टिव कार्यशैली वाला नेतृत्व है। सीआईआई के अध्यक्ष ने कहा यूपी के साथ हमारा यह साथ आगे भी जारी रहेगा।