आजादी के इतने सालों बाद भी देश के कई हिस्सों से भूख से मौत की खबरें आती रहती है। लेकिन इससे भी ज्यादा तकलीफदेह राजनेताओं के बयानात होते हैं। वे दर्द को दूर करने के बजाए बढ़ाते नजर आते हैं। हाल ही में भाजपा शासित मध्य प्रदेश के भिंड में भूख से दो साल की मासूम बच्ची की मौत का मामला सामने आया है। इस पर सूबे के खाद्य मंत्री का दावा है कि आज के युग में भूख से मौत नहीं हो सकती।
मंत्री ओपी धुर्वे का मानना है कि राशन की कोई कमी नहीं है। कोई भीख भी मांगता है तो दे देते हैं, इतना तो रहम है हिंदुस्तान के लोगों में। उनका कहना है, "मैं मान ही नहीं सकता हूं किसी की भूख से मौत हो ही नहीं सकता आज के युग में।"
Rashan ki koi kami nahi hai. Koi bheek maangta hai to de dete hain, itna to rehem hai Hindustan ke logon mein. Main maan hi nahi sakta hu. Kisi ki bhook se maut ho hi nahi sakti aaj ke yug mein: #MadhyaPradesh Food Minister OP Dhurve on 2-year-old died due to starvation in Bhind pic.twitter.com/pjK51iBjik
— ANI (@ANI) March 21, 2018
क्या है मामला?
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में दो साल की एक बच्ची की मौत का मामला सामने आया है। कथित तौर पर खाना नहीं मिलने से एक मजदूर की दो साल की मासूम बच्ची दो दिन से भूखी थी और इसके चलते उसने दम तोड़ दिया।
बच्ची के पिता का आरोप है कि ठेकेदार ने कई दिन काम कराने के बावजूद मजदूरी का पैसा उसको नहीं दिया था। पैसे मांगने पर उसे काम से ही हटा दिया। काम और पैसा नहीं होने से वह अपने परिवार के लिए खाने का इंतजाम भी नहीं कर पाया और उसका परिवार दो दिनों से भूखा था। जानकारी मिलने के बाद एसडीएम मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपये की मदद दी। भिंड के एसडीएम संतोष तिवारी ने कहा कि उन्हें 20 मार्च को जानकारी मिली कि एक परिवार पिछले दो दिनों से भूखा है। इसके बाद वो मौके पर पहुंचकर सबसे पहले भोजन की व्यवस्था कराई लेकिन बुखार से तप रही मासूम ने दोपहर तक दम तोड़ दिया।