विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने गुरुवार को कहा कि एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच अभी जारी है।
इसी के साथ ब्यूरो ने सभी से भीषण दुर्घटना के कारणों के बारे में अटकलों के बीच समय से पहले कोई बयानबाजी करने से बचने का आग्रह किया।
एएआईबी के महानिदेशक जीवीजी युगंधर ने एक बयान में कहा, "हमारे संज्ञान में आया है कि अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के कुछ वर्ग बार-बार चुनिंदा और असत्यापित रिपोर्टिंग के माध्यम से निष्कर्ष निकालने का प्रयास कर रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई गैर-जिम्मेदाराना है, खासकर जब जांच जारी है।"
सभी संबंधित पक्षों से अंतिम जांच रिपोर्ट के प्रकाशन की प्रतीक्षा करने की अपील करते हुए एएआईबी ने कहा कि यह समय भारतीय विमानन उद्योग की सुरक्षा के प्रति जनता में चिंता या आक्रोश पैदा करने का नहीं है, विशेष रूप से निराधार तथ्यों के आधार पर।
यह बयान उन रिपोर्टों की पृष्ठभूमि में आया है जिनमें कहा गया है कि पायलट की गलती के कारण 12 जून को एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोग मारे गए थे। अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा बोइंग 787-8 विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
बयान में कहा गया है, "एएआईबी की जाँच और प्रारंभिक रिपोर्ट का उद्देश्य यह जानकारी प्रदान करना है कि 'क्या' हुआ था। प्रारंभिक रिपोर्ट को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। इस समय, किसी भी निश्चित निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी। एएआईबी की जाँच अभी पूरी नहीं हुई है। अंतिम जाँच रिपोर्ट मूल कारणों और सिफारिशों के साथ सामने आएगी।"
एएआईबी ने जनता और मीडिया दोनों से आग्रह किया कि वे समय से पहले ऐसी बातें फैलाने से बचें, जिनसे जांच प्रक्रिया की अखंडता को खतरा हो।
इसमें कहा गया है, "मृतक यात्रियों के परिवार के सदस्यों, विमान के चालक दल और जमीन पर मौजूद अन्य मृत व्यक्तियों को हुए नुकसान की संवेदनशीलता का सम्मान करना आवश्यक है।"
इसमें यह भी कहा गया है कि यह दुर्घटना हाल के विमानन इतिहास में सबसे विनाशकारी दुर्घटना है। बयान में कहा गया है कि जांच एएआईबी नियमों और अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार कठोर और सबसे पेशेवर तरीके से की जा रही है।
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बारे में उठाई गई चिंताओं की पृष्ठभूमि में, एएआईबी ने जोर देकर कहा कि 2012 में अपनी स्थापना के बाद से 92 दुर्घटनाओं और 111 गंभीर घटनाओं की जांच में उसका रिकॉर्ड त्रुटिहीन रहा है।
बयान में कहा गया है, "अभी भी, एयर इंडिया के बी787-8 विमान वीटी-एएनबी की दुर्भाग्यपूर्ण जांच के अलावा, कई अन्य दुर्घटनाओं और गंभीर घटनाओं की जांच चल रही है।"
इसलिए, एएआईबी सभी संबंधित पक्षों से अपील करता है कि वे जाँच पूरी होने के बाद अंतिम जाँच रिपोर्ट के प्रकाशन की प्रतीक्षा करें। एएआईबी आवश्यकतानुसार तकनीकी और जनहितकारी अद्यतन भी प्रकाशित करेगा।