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ताजमहल के साथ पर्यटकों को छत्रपति शिवाजी का महत्वपूर्ण इतिहास भी दिखाएगा पर्यटन विभाग

आगरा का ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों को भारतीय संस्कृति, पहनावा, खान-पान जैसे धरोहर का भी दर्शन लाभ...
ताजमहल के साथ पर्यटकों को छत्रपति शिवाजी का महत्वपूर्ण इतिहास भी दिखाएगा पर्यटन विभाग

आगरा का ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों को भारतीय संस्कृति, पहनावा, खान-पान जैसे धरोहर का भी दर्शन लाभ हो और वे कुछ और दिन रूकें, देखें। उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन में वृद्धि की दृष्टि से आगरा-फतेहाबाद मार्ग पर लगभग 190 करोड़ रूपए की लागत से छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय (म्यूजियम) का निर्माण कराए जाने की योजना बनाई है। पर्यटन विभाग द्वारा बनाए जाने इस म्यजिमय में ताजमहल और आगरा का इतिहास के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज का अतिमहत्वपूर्ण इतिहास भी दर्ज होगा।

राज्य सरकार की परियोजना रूपी इस म्यूजियम के संचालन एवं रख-रखाव हेतु कंसल्टेंसी फर्म द्वारा तैयार किया जाएगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आ रहे पर्यटकों को आकर्षण का केंद्र बने।
म्यूजियम में आठ गैलरियां निर्मित होंगी जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन काल से संबंधित घटनायें, ब्रज क्षेत्र, आगरा का इतिहास, गंगा-जमुनी तहजीब, इण्डिया गैलरी, स्टेट गैलरी तथा सिटी गैलरी में चित्रण-वर्णन कर व्याख्या की जायेगी। गैलरियों में सोवेनियर शॉप, खान-पान, लोक-गीत, संस्कृति, पहनावा, स्थानीय हस्तकला से सम्बन्धित चित्रकलायें प्रदर्शित होंगी। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की सुविधा का ध्यान रखते हुए यह संग्रहालय निकट बनाया जाए जो ताजमहल से कुछ मिनट की दूरी पर ही होगी। पर्यटन विभाग के महानिदेशक एन.एस. रवि का मानना है कि म्यूजियम में आगरा आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी एवं पर्यटकों के नाइट स्टे में वृद्धि होगी तथा पर्यटन उद्योग को प्रोत्साहन मिलेगा।

म्यूजियम की गैलरियों में प्राचीन से अर्वाचीन आगरा के महत्वपूर्ण पर्यटन, ऐतिहासिक, धार्मिक तथा अध्यात्मिक स्थल भी प्रदर्शित होंगे। म्यूजियम की भव्यता एवं सौन्दर्यता बढ़ाने व सदियों से भारत वीरभूमि रहा है यह विश्व भर के पर्यटक जानकारी धपपा सकें इसी उद्देश्य से प्रवेश द्वार पर  छत्रपति शिवाजी महाराज की अश्वारोही प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

 रोजगार बढ़े इसके लिए संग्रहालय को रोजगार योग्य व बिजनेस प्लान बनाकर विस्तारीकरण किया जाएगा। आने वाले समय में आगरा पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सम्बन्धित निजी क्षेत्रों से प्रतिभागिता आमंत्रित की जा सके। म्यूजियम के शैक्षणिक दृष्टि से प्रचार-प्रसार करने व राजकीय स्कूलों-विश्वविद्यालयों से समन्वय स्थापित कर आने वाले छात्र-छात्राओं को ब्रज-आगरा के इतिहास से अवगत कराया जायेगा। पर्यटन विभाग केअधिकारियों पर्यटन मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी की ओर से निर्देशित किया गया है कि म्यूजियम का संचालन ससमय शुरू किया जाये तथा परियोजना को समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए टाइम लाइन तैयाार कर ली जाए। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय पहले मुगल म्यूजियम का नामांतरण छत्रप्रति शिवाजी महाराजा म्युजियम के नाम से करने की घोषणा किये थे।

पर्यटन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. नीलकंठ तिवारी :
का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस म्यूजियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए परियाोजना मानकर काम कर रही है। सरकार की कोशिश है कि  आने वाले पर्यटकों को एक छत के नीचे भारतीय संस्कृति से जुडी हुई हर जानाकारियां, वस्तुएं व खान-पान प्राप्त हो सके। डा. तिवारी ने बताया कि म्यूजियम की गैलरियों में प्राचीन से अर्वाचीन आगरा के महत्वपूर्ण पर्यटन, ऐतिहासिक, धार्मिक तथा अध्यात्मिक स्थलों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

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