कोलकाता शहर के उत्तरी इलाके के व्यस्त पोस्ता क्षेत्र में आज एक निर्माणाधीन फ्लाइओवर के गिर जाने की वजह से उसके मलबे में दबकर 10 लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोग बूरी तरह घायल हो गए। मलबे में अभी भी बहुत से लोगों के फंसे होने की आशंका है। कई ट्रक, रिक्शे और अन्य गाड़ियों को मलबे में फंसा देखा गया जिसमें यात्रियों से भरी चार बसें भी हैं। इन बसों में कितने लोग सवार हैं इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है। एक इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी सहित पाचं पुलिस वालों की भी मलबे में दबकर जान चली गई। बताया जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय पुलिस वाले फ्लाइओवर के नीचे खड़े थे। हालांकि फिलहाल स्पष्ट तौर पर इस बात की जानकारी नहीं है कि मलबे में अभी और कितने लोग फंसे हैं लेकिन आशंका जताई जा रही है कि 150 से 200 के आसपास लोग अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं। राहत व बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन राहत बल की दो कंपनियां स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड के साथ राहत कार्य में जुटी हुई हैं। वहीं राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाने के लिए सेना की मदद भी ली जा रही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद अपने चुनावी कार्यक्रम को रद्द कर दिया और घटनास्थल का दौरा किया। राज्य सरकार ने हादजसे में मरने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रु मुआवजा देने की घोषणा की है। हालांकि अभी तक 10 लोगों के मौत की ही पुष्टी की गई है लोकिन सूत्रों का कहना है कि मृतकों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता के व्यस्तम इलाके पोस्ता में इस फ्लाइओवर का निर्माण पिछले 6 सालों से चल रहा था जो कि अभी तक पूरा नहीं हुआ था। जिसकी वजह से इस फ्लाइओवर के निर्माण में ममता सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता रहा है।