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उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट मामले की सीबीआई जांच के लिए तैयार: डीजीपी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कुलदीप सेंगर पर आरोप लगाने वाली उन्नाव रेप पीड़िता एक सड़क हादसे...
उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट मामले की सीबीआई जांच के लिए तैयार: डीजीपी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कुलदीप सेंगर पर आरोप लगाने वाली उन्नाव रेप पीड़िता एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई है। इस हादसे में पीड़िता की चाची, मौसी और ड्राइवर की मौत हो गई। वहीं पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा उस समय हुआ जब पीड़ित लड़की अपने परिवार के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलकर वापस लौट रही थी। लड़की के चाचा जो उसका केस लड़ रहे थे वह इस समय रायबरेली जेल में हैं।

सीबीआई जांच के लिए तैयार सरकार

पीड़िता के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के मामले में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि जांच से पता चलता है कि यह पूरी तरह से एक ट्रक के कारण दुर्घटना थी। ट्रक ड्राइवर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। उनसे पूछताछ जारी है। हम निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। इसके बाद भी यदि पीडि़त परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग करता है, तो हम मामले को सीबीआई को भी सौंप देंगे।

मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि हादसे के दौरान भारी बारिश हो रही थी, जब रायबरेली के गुरबख्श गंज इलाके में उल्टी दिशा से आ रही ट्रक ने कार को सामने से टक्कर मार दी। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। बताया जा रहा है कि जिस ट्रक ने कार को टक्कर मारी उसका नंबर मिटा हुआ था। पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद ट्रक चालक भागने में सफल हुआ, जिसे बाद में पकड़ लिया गया है। वहीं, ट्रक को जब्त कर दिया गया है।  

ऐसे चर्चा में आया था उन्नाव रेप मामला

बता दें कि उन्नाव रेप मामला पिछले साल उस समय चर्चा में आया था, जब उस समय 16 साल की रही पीड़ित लड़की ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर न्याय के लिए प्रदर्शन किया था। पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी के लिए जब वह बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के घर गई थी तो उसके साथ बलात्कार किया गया था। घटना के लगभग एक साल बाद अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की थी। 

 पुलिस का दावा 

पुलिस दावा कर रही है कि मामला हादसे का है, न कि हत्या का और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। पुलिस अफसरों के मुताबिक, रायबरेली के थाना माखी के पास दुर्घटना में शा‌मिल ट्रक का नंबर UP71 एपी 8300 है। पुलिस की रिपोर्ट में यह नंबर दर्ज है। ट्रक चालक पुलिस की गिरफ्त में है, दोनों ही गाड़ियों की फॉरेंसिक जांच के आदेश दिए गए हैं।

 ट्रक के नंबर प्लेट पर कालिख पोतने के पीछे चालक ने बताई वजह 

ट्रक मालिक का कहना है कि फाइनेंसर का ट्रक के ऊपर काफी पैसा बकाया है, उससे बचने के लिए वह नंबर प्लेट पर ग्रीस लगाकर चला रहा था। दूसरा, आरोप यह लगाया जा रहा है कि पीड़ित के साथ दिए गए सुरक्षाकर्मी उनके साथ क्यों नहीं थे? पीड़ित को दिल्ली में और उन्नाव जिले स्थित उनके गांव में करीब नौ सुरक्षाकर्मी दिए गए हैं और वह वहां मौजूद भी हैं। यह लोग सुरक्षाकर्मियों को खुद साथ नहीं ले गए थे। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से कहा था कि जगह नहीं है, साथ नहीं ले जाएंगे।

 महेश सिंह की तहरीर पर मुकदमा रायबरेली में दर्ज किया गया: एडीजी

 एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि पीड़ितों की मदद की जा रही है। जेल में बन्द महेश सिंह की तहरीर पर मुकदमा रायबरेली में दर्ज किया गया है। ट्रक बांदा से मौरंग लेकर आ रहा था। ट्रक चालक व मालिक को हिरासत में लिया गया है। दोनों के मोबाइल नंबर पर बातचीत का इन्वेस्टिगेशन चल रहा है।

 विधायक के परिजन फरार 

इस बीच आरोपी भाजपा विधायक के परिवारवाले उन्नाव के माखी गांव से फरार हो गए हैं। माखी गांव में विधायक के घर में उनकी बहन और नौकर रहते थे। एक्सीडेंट के बाद पुलिस के डर से सारे लोग घर छोड़कर फरार हो गए हैं।

लड़की के पिता पर पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया था मामला

पीड़ित लड़की के पिता जो उसका केस लड़ रहे थे, कथित रूप से उनकी मौत कुलदीप सेंगर के भाई द्वारा गंभीर रूप से पिटाई के बाद हो गई थी। लड़की के पिता पर पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था और दो दिनों तक हिरासत में रखा था। पुलिस की निष्क्रियता से निराश लड़की ने आत्मदाह का प्रयास किया था।

जानें क्या है पूरा मामला

कुलदीप सेंगर पर एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर जून 2017 में बलात्कार करने का आरोप है। पीड़ित नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया था कि विधायक कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर उस वक़्त उसके साथ बलात्कार किया था जब वो अपने एक रिश्तेदार के साथ उनके घर पर नौकरी मांगने गई थी।

इस मामले में उस वक्त पीड़ित लड़की की एफआईआर पुलिस ने नहीं लिखी थी जिसके बाद लड़की के परिवारवालों ने कोर्ट का सहारा लिया। उनका आरोप है कि विधायक और उनके साथी पुलिस में शिकायत नहीं करने का दबाव बनाते रहे हैं और इसी क्रम में विधायक के भाई ने तीन अप्रैल को उनके पिता से मारपीट भी की। इसके बाद हिरासत में लड़की के पिता की मौत हो गई।

कौन है कुलदीप सिंह सेंगर

कुलदीप सिंह सेंगर ने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से की थी और सेंगर ने वर्ष 2002 का चुनाव कांग्रेस की टिकट पर उन्‍नाव से जीता था। इसके बाद सेंगर ने कांग्रेस का साथ छोड़कर 2007 में बीएसपी के टिकट पर बांगरमऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की, लेकिन मायावती से भी ज्‍यादा वक्त तक नहीं बनी और सेंगर ने पार्टी छोड़ दी।

बीएसपी का दामन छोड़ सपा में शामिल हुआ सेंगर

'हाथी' का साथ छोड़ने के बाद कुलदीप सेंगर ने 'साइकिल' की सवारी शुरू की, और 2012 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी की टिकट पर लड़ा। मुलायम ने सेंगर को भगवंत नगर सीट से टिकट दी और यहां कुलदीप की जीत हुई। इसके बाद राज्‍य में बदलते माहौल को भांपकर कुलदीप सिंह सेंगर ने समाजवादी पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया।

एसपी का दामन छोड़ बीजेपी में आए

उत्‍तर प्रदेश में 2017 में हुआ विधानसभा चुनाव कुलदीप सेंगर ने बीजेपी की टिकट पर बांगरमऊ सीट से लड़ा और चौथी बार जीत हासिल की। कुलदीप सिंह सेंगर ने 2007 में चुनावी घोषणापत्र में अपनी कुल संपत्ति 36 लाख बताई थी और 2012 में यही संपत्ति एक करोड़ 27 लाख की हो गई। वहीं, 2017 के चुनावी घोषणापत्र के मुताबिक, सेंगर की संपत्ति 2 करोड़ 14 लाख तक पहुंच गई।

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