यूपी की योगी सरकार की कैबिनेट में रविवार को यूपीए सरकार में मंत्री रहे जितिन प्रसाद समेत सात ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सभी को मंत्री पद की शपद दिलाई। शपथ लेने वालों में छत्रपाल सिंह गंगवार, पलटू राम, संगीता बलवंत, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर सिंह ने भी शामिल हैं। अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह वर्तमान योगी सरकार का अंतिम कैबिनेट विस्तार माना जा रहा है।
सबसे पहले जितिन प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। जितिन प्रसाद यूपी के बड़े ब्राह्मण नेताओं में हैं। 9 जून 2021 को बीजेपी में शामिल हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं। 2 बार सांसद व यूपीए 1 और 2 में राज्यमंत्री रहे। 2004 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बने, जबकि 2008 में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री बनाए गए। 2009 में परिसीमन के बाद धौरहरा से लड़े और दूसरी बार सांसद बने। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धौरहरा से चुनाव हार गए।
छत्रपाल सिंह गंगवार ने बरेली की बहेड़ी सीट से विधायक हैं। 2017 में दूसरी बार विधायक बने। ओबीसी हैं और कुर्मी समाज से आते हैं। 1980 से आरएसएस में हैं व प्रचारक रह चुके हैं। गाजीपुर जिले की सदर सीट से विधायक संगीता बलवंत बिंद पिछड़ी जाति बिंद समाज से आती हैं। पहली बार विधायक चुनी गई हैं। छात्र और पंचायत राजनीति से सक्रिय राजनीति में आईं युवा नेता हैं।
दिनेश खटीक मेरठ के हस्तिनापुर से विधायक हैं। पार्टी के अनुसूचित जाति का चेहरा हैं। पलटू राम ने अनुसूचित जाति के नेता हैं। पहली बार विधायक चुने गए हैं।
योगी सरकार के कैबिनेट विस्तार को प्रदेश के जातीय समीकरण की वजह से काफी अहम माना जा रहा है। दरअसल, प्रदेश में दलित 20.5 फीसदी हैं, जबकि ब्राह्रण 13 फीसदी है। इसी तरह ठाकुर 8.50 फीसदी और यादव 9 फीसदी हैं।