प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान होने वाले प्रमुख स्नानों के मद्देनजर शादियों पर रोक लगा दी गई है। जिस कारण मैरेज हाल संचालकों और जिन परिवारों में उन तिथियों पर शादी है, उनमें हड़कंप मचा हुआ है। उम्मीद जताई जा रही है कि शाही स्नान पर श्रदधालुओं की भीड़ काफी बढ़ जाती है, इसलिए ऐसा निर्णय लिया गया है।
प्रयागराज में अगले साल जनवरी, फरवरी और मार्च में होने वाले कुंभ मेले के प्रमुख स्नानों के दौरान एक दिन पहले और एक दिन बाद शादियों पर पाबंदी लगा दी है। इस आदेश की कॉपी सभी मैरेज हॉल में भेजकर उस टाइम की सारी बुकिंग कैंसिल करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश के बाद जिनके घरों में शादी है, वे असमंजस में हैं। कोई डेट नहीं बदलना चाहता तो कोई सरकार के आदेश के बाद गेस्ट हॉउस वालों से लड़ रहा है। गेस्ट हाउस मालिकों का भी लाखों का नुकसान इस बार की लगन में हो रहा है।
प्रयागराज में 2019 के कुंभ मेले के पांच प्रमुख स्नान पर्वों के दिन के आसपास न तो कोई सात फेरे लेगा और नहीं कोई निकाह पढ़ाया जाएगा। कुंभ मेला प्रयागराज में जनवरी से शुरू हो जाएगा। स्नान के आसपास की अवधि में सरकार ने एक सर्कुलर जारी करके सभी मैरेज हाल और होटलों को नोटिस भेजा है कि वे कुंभ के स्नान के ना तो एक दिन पहले कोई शादी की बुकिंग करें और ना ही स्नान के एक दिन बाद।
कुंभ में जनवरी महीने में मकर सक्रांति और पौष पूर्णिमा स्नान है जबकि फरवरी में मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा का स्नान है। मार्च में महाशिवरात्रि का स्नान होगा, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना करेंगे। सरकार की ओर से शादियों पर ग्रहण लगाने के इस आदेश की कॉपियां सभी होटलों और मैरेज हॉल को भेज दी गई हैं।
मैरिज हॉल के मालिक को सख्त लहजे में इसका पालन करने को कहा गया है। सरकार के इस आदेश से मैरेज हाल के मालिक परेशान हैं। क्योंकि इस अवधि में सैकड़ों शादियां हैं और उसके लिए बुकिंग पहले से कर दी गई है और सरकारी आदेश भी 4 दिन पहले ही आया है। जबकि शादियों की बुकिंग 3 महीने पहले से की जा रही है। इस बारे में डीएम प्रयागराज से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो पाई।