अमिताभ ने कुछ दिनों पहले सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह पर धमकी देने का आरोप लगाया था। उन्होंने मुलायम सिंह की फोन कॉल रिकॉर्ड कर उसका टेप भी जारी किया था। अमिताभ काफी समय से भ्रष्टाचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चो खोले हुए हैं। मुलायम द्वारा धमकी दिए जाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए अमिताभ को धरने पर बैठना पड़ा था।
मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह विजीलेंस की टीम ने छापेमारी के दौरान अमिताभ को घर से बाहर कर दिया। उन्हें सर्च वारंट की कॉपी तक नहीं दी गई। अमिताभ ने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी नूतन को आज कोर्ट जाना था। सरकार ने ऐसा इसलिए किया ताकि हम कोर्ट न जा सकें। अमिताभ ने कहा कि सरकार चाहे जितना हमारा दमन करे लेकिन हम दबने वाले नहीं हैं।
यूपी सरकार ने गत 13 जुलाई को अमिताभ ठाकुर को निलंबित कर दिया गया था। तीन दिन दिन पहले ही ठाकुर ने लखनऊ के विभूति खंड थाने में सतर्कता विभाग के डायरेक्टर भानू प्रताप सिंह और अन्य के खिलाफ गलत दस्तावेजों के जरिये उन्हें फंसाने की एफआईआर दर्ज कराई थी। उन पर बेनामी संपत्ति छुपाने का आरोप है। उनका कहना है कि भानू प्रताप ने साजिश के तहत उनकी संपत्ति अधिक आंकी है।