लखनऊ। विश्व स्वास्थ्य दिवस के विशेष मौके पर महराजगंज और संभल जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापना को हरी झंडी मिल गई है। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इन जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए चयनित संस्थाओं और शासन के बीच एमओयू की औपचारिकता पूरी हुई। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री योगी ने शैक्षिक सत्र 2024-25 से इन दोनों मेडिकल कॉलेजों में दाखिला शुरू करने की टाइमलाइन तय कर दी है।
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कंसेंसन एग्रीमेंट हस्तांतरण एमओयू कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी 75 जिलों में न्यूनतम एक-एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का संकल्प लिया है। 2017 से पहले जिस उत्तर प्रदेश में मात्र 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, आज उसकी संख्या 59 हो चुकी है। इसमें 17 कॉलेज तो क्रियाशील भी चुके हैं, जबकि 16 का निर्माण पूरा होने वाला है। इसके अलावा 16 जिले, जहां कोई मेडिकल कॉलेज नहीं है, उनके लिए सरकार ने पीपीपी मॉडल की नीति लागू की है, जिसजे तहत महराजगंज और संभल में मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और हॉस्पिटल प्रबंधन क्षेत्र की दो प्रतिष्ठित संस्थाओं का चयन किया गया। मुख्यमंत्री ने चयनित संस्थाओं के प्रतिनिधियों से उनके अनुभव, कार्यप्रणाली, संचालित अस्पतालों की व्यवस्था, संसाधन के साथ-साथ प्रस्तावित नए मेडिकल कॉलेज की कार्ययोजना की जानकारी ली। सीएम ने समयबद्धता, पारदर्शिता और गुणवत्ता पर जोर देते हुए नए मेडिकल कॉलेज की शुरुआत के लिए टाइमलाइन भी तय की। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार शैक्षिक 2024-25 से इन मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस प्रथम बैच का दाखिला होना है। इसके पहले तक नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के मानक के अनुरूप मेडिकल कॉलेज में अवस्थापना विकास, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, चिकित्सा उपकरण आदि की उपलब्धता पूरी करते हुए जुलाई-अगस्त 2023 तक एनएमसी के समक्ष सीटों की स्वीकृति के लिए आवेदन करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महराजगंज जनपद की लगभग 32 लाख औऱ संभल की 22 लाख की आबादी के लिए यह मेडिकल कॉलेज अत्यंत उपयोगी होंगे। देश को नए डॉक्टर तो मिलेंगे ही, लोगों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं सहज सुलभ भी होंगी। सीएम ने कहा कि हर एक मेडिकल कॉलेज सीधे तौर पर न्यूनतम 900-1000 नए रोज़गार सृजन का माध्यम भी बनेगा।
हेल्थ इंफ्रा के लिए 05 साल बेमिसाल : ब्रजेश पाठक
उपमुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री ब्रजेश पाठक ने उत्तर प्रदेश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिहाज से बीते 05 वर्षों को अभूतपूर्व बताया। उन्होंने कहा कि आज हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खुलने से एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोतरी हो रही है जिसका सीधा फायदा हमारे युवाओं को मिल रहा है।
12 जिलों के लिए मिले हैं 27 आवेदन, दो और जिलों को जल्द मिलेगी सौगात :
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने बताया कि शासन की मेडिकल कॉलेज संबंधी पीपीपी नीति के आधार पर असेवित 16 जिलों में से 12 के लिए निजी क्षेत्र की 27 संस्थाओं ने आवेदन किये हैं। महराजगंज और संभल के बाद जल्द ही दो और जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज के लिए एमओयू होगा। वर्तमान में महराजगंज के लिए शांति फाउंडेशन और संभल के लिए सिद्धि विनायक ट्रस्ट के चयन हुआ है। दोनों संस्थाओं द्वारा पूर्व से ही हॉस्पिटल संचालित किए जा रहे हैं। इन्हें एनएमसी के मानक के अनुसार उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज के रूप में शुरू किया जाएगा।