गाजियाबाद में रेडीशन होटल मालिक अमित जैन की आत्महत्या प्रकरण में सूबे के एक वरिष्ठ आईपीएस की कथित संलिप्तता को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खासी गंभीरते से लिए है। सीएम ने साफ संदेश दिया है कि अगर ऐसे कुछ साक्ष्य मिलते हैं तो आईपीएस की बर्खास्तगी के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
सोशल मीडिया में इस तरह की खबरें कई रोज से चल रहीं हैं कि होटल मालिक जैन की आत्महत्या की वजह उत्तराखंड के एक आईपीएस अफसर का दवाब रहा है। खबरों के अनुसार उक्त अफसर ने अपनी काली कमाई उक्त रेडिशन होटल में खपाई थी। लेकिन होटल में घाटा होने से सारा पैसा डूब गया। इसके बाद उक्त अफसर ने अपनी रकम वापसी के जैन पर को खासा धमकाया और दवाब बनाया। कोई रास्ता ने देख जैन से आत्म हत्या कर ली।
सोशल मीडिया की इस तरह की खबरों को सीएम धामी ने खासी गंभीरता से लिया है। धामी ने अपने अफसरों से कहा है कि इस मामले की गहराई से जांच कराकर सच्चाई जनता के सामने लाई जाए। सीएम धामी ने साफ कर दिया है कि अगर इस मामले में अफसर के खिलाफ कोई तथ्य सामने आते हैं तो कानून के अनुसार को एक्शन होगा ही, इस अफसर की बर्खास्तगी भी होगी।
सीएम धामी के इस रूख को देखते हुए एडीजीपी (लॉ एंड आर्डर) डॉ. वी मुरुगेशन ने दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) रविंद्र सिंह यादव को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही है कि आईपीएस के दवाब की वजह से जैन ने आत्महत्या की है। यह प्रकरण बेहद ही गंभीर है। ऐसे में इस मामले की गहराई से जांच कराने का आग्रह है ताकि सही तथ्य जनता के सामने आ सकें।