उत्तराखंड स्थित रुद्रप्रयाग के अगस्तमुनि क्षेत्र में शुक्रवार को अचानक लोगों ने आक्रामक रूप ले लिया और सड़कों पर उतर आए, दुकानों में आग लगाते हुए जम कर तोड़फोड़ की।
बता दें कि 10 वर्षीय लड़की से साथ अन्य समुदाय के युवकों द्वारा गैंग रेप किये जाने की झूठी अफवाह कुछ अराजक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी, जिसके बाद लोग भड़क गए और हिंसक हो गए और जमकर हुड़दंग किया। पुलिस के मुताबिक, लड़की के साथ छेड़छाड़ का मामला था जिसे अराजक तत्वों द्वारा गैंगरेप का रूप दे दिया गया था। आज पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया और स्थिति अब नियंत्रण में है।
Uttarakhand: Police conducted flag march in Agastyamuni and Gulabrai of Rudraprayag district. Section 144 has been imposed in the entire district following incidents of violence yesterday over a Facebook post and at least 15 shops were burnt down in the process. pic.twitter.com/ji8BRW19Ar
— ANI (@ANI) April 7, 2018
डीआईजी गढ़वाल पुष्पक ज्योति ने बताया कि 06-04-18 को जनपद रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि क्षेत्र में झूठी खबर फैलाये जाने एवं छात्रा का फोटो कथित रुप से वायरल होने की घटना सामने आई थी, जिसके चलते पुलिस द्वारा मौके पर ही अफवाह फैलाने वालों के 3 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिय गया था साथ ही पुलिस व्हाट्सएप,फेसबुक,ट्विटर,आदि सोशल साइटों की लगातार मॉनिटरिंग कर अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है।
उन्होंने कहा कि साथ ही अब तक कुल 10 लोगो को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है। जांच में जो भी अन्य लोग दोषी पाये जायेगें उनके खिलाफ भी वैधानिक कार्यवाही की जायेगी, CCTV फुटेज भी देखी जा रही हैं ताकि हिंसा करने वालो को भी सज़ा दी जा सके। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ ही पीएसी की भी घटना स्थल पर तैनाती कर दी गयी है।
ज्योति ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के माध्यम से जनता से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया में किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर सूचना को वायरल करने से पूर्व सर्वप्रथम सूचना की सत्यता आवश्यक प्रमाणित करें। ताकि किसी भी प्रकार से सामाजिक सौहार्द पर इसका विपरीत प्रभाव न पड़े।