यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सहित मंत्रिमंडल के अन्य नेताओं के लिए रविवार का दिन बेहद शर्मिंदगी भरा रहा, जब इन सभी ने ट्विटर पर सात महीने पहले ही गुरु नानक जयंती की बधाई दे डाली।
इन सभी को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो सबने अपने ट्वीट डिलीट कर दिए। हालांकि इस गलती के लिए कैबिनेट में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट कर माफी भी मांगी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि विकिपीडिया पर गलत जानकारी होने के कारण ऐसी गलती हुई है। जिसमें गुरु नानक जी का जन्मदिन 15 अप्रैल 1469 दिखाया गया है। अपने ट्वीट में उन्होंने विकीपिडिया का स्क्रीन शॉट भी डाला है।
Sorry for Guru Nanak Ji’s birthday tweet. Confusion happened due to Wikipedia ( enclosed).
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) April 15, 2018
Apologies to everyone. pic.twitter.com/LteqjXNifs
गौरतलब है कि यूपी की भाजपा सरकार की ओर से जारी कलेंडर में गुरुनानक जयंती का अवकाश 23 नवंबर को है। इसके बावजूद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री समेत कई मंत्रियों ने जल्दबाजी के चक्कर में एक के बाद एक ट्वीट कर गुरुनानक देव की जयंती की बधाईयां देने लगे।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुनानक की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट किया- सिखों के प्रथम धर्मगुरु, दार्शनिक, सामज सुधारक एवं संगीतज्ञ गुरु नानक देव जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन।
इसके बाद सूबे के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने भी ट्विटर पर बधाईयां दे डाली। उप मुख्यमंत्री को बधाईयां देते देख दूसरे मंत्री भी कैसे पीछे रहते, इसलिए उन्होंने भी ट्विटर पर बधाईयां देनी शुरू कर दीं। इसके बाद यूपी सरकार के प्रवक्ता और चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी सिखों के पहले गुरु की जयंती पर कोटि-कोटि कर नमन कर बधाईयां दे दीं।
भाजपा की सोशल मीडिया टीम ने पकड़ी गलती
बताया जा रहा है कि यूपी के मंत्रियों की ओर से किए जा रहे ट्वीट को दिल्ली में बैठी भाजपा की सोशल मीडिया टीम ने ध्यान दिया। इसके बाद यूपी के मंत्रियों को अपनी गलती का अहसास हुआ। इसके बाद यूपी सरकार के प्रवक्ता और चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट कर माफी मांगी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि विकिपीडिया की गलती के चलते ऐसा हुआ।