उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसों को मुख्य धारा से जोडऩे के लिए लगातार अभियान चला रही है। इस कड़ी में योगी सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि अब मदरसों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) की पाठ्य पुस्तकें पढ़ाई जाएंगी। इनमें उर्दू के अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषा भी अनिवार्य होगी।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंगलवार को सीएम योगी की कैबिनेट ने मदरसों में उर्दू के अलावा हिंदी और अंग्रेजी पढ़ाने वाले प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है। इसके अलावा कैबिनेट ने एटा और मीरजापुर में मेडिकल कालेज बनाने के लिए जमीन देने का फैसला किया है।
अब उर्दू के अलावा अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम से भी मदरसों में पढ़ाई होगी। अब तक यहां केवल उर्दू, अरबी और फारसी में पढ़ाई होती थी। सरकार ने मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाने को भी मंजूरी दे दी है।
हाल ही में मदरसा बोर्ड ने अपनी बैठक में फैसला लिया था कि दीनी शिक्षा के अलावा गणित, हिन्दी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, कंप्यूटर आदि विषयों को भी पढ़ाया जाएगा।