शेक्सपियर ने लिखा है कि नाम में क्या रखा है। लेकिन भारतीय राजनीति में नाम में बहुत कुछ रखा है। तीन साल पहले योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया था और अब खबर आ रही है कि प्रसिद्ध कवि अकबर इलाहाबादी का नाम बदल 'अकबर प्रयागराजी' कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) की वेबसाइट पर मंगलवार को अकबर इलाहाबादी के नाम से इलाहाबादी हटा 'प्रयागराजी' रखा गया।
हालांकि, इस मुद्दे पर हंगामा होने के बाद यूपीएचईसीएस के उप सचिव शिव जी मालवीय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वेबसाइट हैक कर ली गई है और महान कवि अकबर 'इलाहाबादी' का नाम बदलकर अकबर 'प्रयागराजी' करना मिसलीडिंग है।
प्रेस विज्ञप्ति में लिखा गया है, "आयोग ने अपनी वेबसाइट पर ऐसा कोई नाम दर्ज नहीं किया है। इसे ठीक किया जा रहा है।"
यूपीएचईएससी की विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि साइबर सेल से जांच की मांग की जा रही है और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अकबर इलाहाबादी, संयोग से, अखबारों पर अपनी पंक्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी एक पंक्ति अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती है, जिसमें उन्होंने लिखा है, "खींचो न कमानों को, न तलवार निकालो, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो।"
अकबर इलाहाबादी के अलावा वेबसाइट पर कुछ अन्य कवियों के नाम भी बदल दिए गए हैं। राशिद इलाहाबादी और तेग इलाहाबादी का उल्लेख "तेग प्रयागराजी" और "रशीद प्रयागराजी" के रूप में किया गया था। इस बीच आयोग की हिंदी वेबसाइट को ठीक कर बहाल कर दिया गया है और अंग्रेजी पोर्टल को बहाल करने का काम जारी है।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">शहर क्या शायर क्या?! उत्तर प्रदेश में बाबा सबके नाम बदल रहे हैं। अकबर इलाहाबादी का नाम बदल कर प्रयागराजी कर दिया गया है