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उत्तर प्रदेश: अमावस्या की रात, तान्त्रिक की बलि चढ़ी 6 साल की बच्ची

उत्तर प्रदेश में जहां दिवाली की रात लोग मना रहे थे वहीं दूसरी ओर अंधविश्वास के चक्कर में 6 साल की मासूम...
उत्तर प्रदेश: अमावस्या की रात, तान्त्रिक की बलि चढ़ी 6 साल की बच्ची

उत्तर प्रदेश में जहां दिवाली की रात लोग मना रहे थे वहीं दूसरी ओर अंधविश्वास के चक्कर में 6 साल की मासूम की बलि चढ़ाई जा रही थी। दिवाली यानी अमावस्या की रात तंत्र- मंत्र टोने- टोटके सिद्ध करने के लिए बेहद अमानवीय कृत्य को अंजाम दिया गया। यह घटना कानपुर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के भदरस गाँव की है जहां सुबह भद्र काली मन्दिर के सामने सर कटा और चिथड़ा शव मिला। शरीर के अंदरूनी हिस्से निकाल कर बाहर कर दिये गए थे।

शाम को बच्ची के पिता ने थाने मे शिकायत किया कि उनकी बच्ची गायब है लेकिन कानपुर पुलिस ने सुबह ढूंढने की बात कह कर उनके परिजनों को अगले दिन आने को कहा। कहा जा रहा है अगर पुलिस हरकत मे आ जाती तो ये घटना शायद न हो पाती।


संतान की चाहत में अमानवीय कार्य

दरअसल ये सब गाँव के ही परसुराम के बच्चे की चाह ने करवाया और उसके भतीजो ने ये बच्ची को अगुवा कर इस वारदात को अंजाम दिया। परसुराम अपनी पत्नी के साथ रहता है। उनकी शादी को आज 21 साल से ज्यादा हो गया है लेकिन उनकी कोई संतान नही है। नतीजतन उनकी बच्चे की चाहत ने 6 साल की मासूम लड़की को मौत की भेट चढ़ा दिया। 

लिवर निकालकर खाने का आरोप

पुलिस के अनुसार, बच्चा पैदा हो जाए इस  बात को लेकर परसुराम ने अपने दो भतीजे को बलि देने की बात बताई थी। उन्होंने गांव के ही 6 वर्षीय लड़की को अगवा किया। बताया जाता है कि नशे में होने से दुष्कर्म करने की भी कोशिश की और बाद में उसके शरीर को क्षतविक्षत कर दिया। गला काट दिया। आरोप है कि उस लड़की के  लीवर को निकाल कर परसुराम ने खाया।


पुलिस ने दिखाई उदासीनता

घटना दीवाली की एक दिन पहले की है शाम  को 6 वर्षीय बच्ची के गायब होते ही उसके परिवार वालों ने पुलिस को उसकी खबर दी की उसकी बिटिया मिल नहीं रही लेकिन पुलिस जैसा कि हर घटना के पीछे यही होता है वह आराम से बैठी रही और अगले दिन उस लड़की का क्षत-विक्षत शव मिलता है और जिसको देखकर के परिवार वालों के साथ गांव वाले भी गुस्से में आ जाते हैं ।पुलिस अफरा-तफरी में जुट जाती है पकड़ने के लिए अपराधियों को टीम बनाया बृजेश कुमार श्रीवास्तव(पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने घटना का खुलासा करते हुये बताया की इसमे परसुराम और उसके दोनो भतीजे को पकड लिया गया है । सबने जुर्म कबूल कर लिया है ,अंधविश्वास और टोने-टोटके की भेंट चढ़ाई गई ,भतीजों को अविवाहित कन्या का कलेजा लाने के लिए दिए थे पैसे  पुलिस  ने बतया की 21 वर्ष से निःसंतान पति पत्नी ने बच्चे की चाहत में आजमाया था टोटका,उसके बाद दोनो भतीजों ने बच्ची से रेप के बाद गला दबाकर की थी हत्या,हत्या के बाद दरिंदो ने चाकू से निकाले थे बच्ची के ऑर्गन्स। परशुराम को बच्चा पैदा हो जाए इस वजह से उन्होंने इस लड़की को मार डाला इसके शरीर के अंदर का हिस्सा निकाला जिसे उन्होंने परशुराम को दिया।

वहीं मुख्यमंत्री योगी ने आर्थिक मदद के साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलाने के साथ-साथ दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले इस बात के लिए भी दिशा निर्देश दिए हैं।

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