उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पुलिस ने हैवानियत की हद पार कर दी। यहां एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस गोद में बच्चे को लिए एक शख्स को बेरहमी से पीट रही है। यह पूरी घटना अकबर पुर इलाके के जिला अस्पताल के सामने की है। पुलिसवालों ने न केवल लाठियों से हमला किया, बल्कि उसके हाथ से बच्चे को भी छीनने की कोशिश भी की।
गजब की पुलिसिंग..अकबरपुर कोतवाल साहब बहुत बड़ा अपराधी नहीं छोड़ना चाहते थे, एक हाथ से पुलिस की लाठी रोकता रहा, दूसरे हाथ से बच्चे को बचाता रहा कोतवाल साहब ने मारते-मारते लाठी तोड़ दी.दौड़ा कर पकड़ लाए, बच्चे को छीनकर कर पुलिस जीप में व्यक्ति को बैठा दिया.
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) December 9, 2021
कानपुर देहात का मामला https://t.co/TBkQ1PerIl pic.twitter.com/pxBteE23MF
इस वीडियो में युवक बच्चे को लग जाएगी कहते हुए सुनाई दे रहा है। इसके बाद भी पुलिसकर्मी उसका पीछा नहीं छोड़ रहे। कुछ अधिकारी बच्चे को जबरदस्ती उससे दूर खींचने की कोशिश कर रहे हैं। उस बीच युवक कह रहा है कि यह उसका बच्चा है और इसकी मां नहीं है। पुलिस के अनुसार युवक कानपुर देहात के अकबरपुर में जिला अस्पताल का कर्मचारी है।
जनपद कानपुर देहात के वायरल प्रकरण में थाना प्रभारी को लाइन हाज़िर कर अग्रेतर कार्यवाही हेतु अपर पुलिस अधीक्षक को जाँच हेतु निर्देशित किया गया है।
जनपद कानपुर देहात के वायरल प्रकरण में थाना प्रभारी को लाइन हाज़िर कर अग्रेतर कार्यवाही हेतु अपर पुलिस अधीक्षक को जाँच हेतु निर्देशित किया गया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात द्वारा दी गई बाइट। pic.twitter.com/4SFGf0NKB4
— UP POLICE (@Uppolice) December 9, 2021
ट्विटर पर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात ने बयान जारी कर कहा कि इस मामले में जिला अस्पताल में एक कर्मचारी रजनीश शुक्ला और उसके 100-150 साथियों द्वारा जिला अस्पताल की ओपीडी बंद कर दी गई। साथ ही मरीजों को देखने से मना किया जाने लगा। इस प्रकरण में सूचना मिलने के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंची और वहां रजनीश शुक्ला को समझाने की कोशिश की गई। लेकिन, रजनीश और उसके साथियों ने अन्य जवानों को कमरे में बंद कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद थाना अध्यक्ष पर्याप्त पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने भी रजनीश और उसके साथियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसने उग्र होते हुए थाना अध्यक्ष के उंगली को काट दिया। इस स्थिति में पुलिस बल के द्वारा उन्हें वहां से हटाया गया। उसके बाद अस्पताल को सुचारू रूप से चालू कराया गया। इस वीडियो में जिस शख्स को पीटा जा रहा है वह रजनीश शुक्ला का भाई है। उसके द्वारा भी भीड़ को उकसाने का प्रयास किया जा रहा था। साथ ही उपद्रव करने की भी कोशिश की जा रही थी। उसे भीड़ से हटाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया गया।