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बर्बरता: गोद में बच्चा लिए हुए व्यक्ति पर यूपी पुलिस ने बरसाईं लाठियां, फिर दी ये सफाई

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पुलिस ने हैवानियत की हद पार कर दी। यहां एक वीडियो वायरल हो रहा है,...
बर्बरता: गोद में बच्चा लिए हुए व्यक्ति पर यूपी पुलिस ने बरसाईं लाठियां, फिर दी ये सफाई

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पुलिस ने हैवानियत की हद पार कर दी। यहां एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस गोद में बच्चे को लिए एक शख्स को बेरहमी से पीट रही है। यह पूरी घटना अकबर पुर इलाके के जिला अस्पताल के सामने की है। पुलिसवालों ने न केवल लाठियों से हमला किया, बल्कि उसके हाथ से बच्चे को भी छीनने की कोशिश भी की।

इस वीडियो में युवक बच्चे को लग जाएगी कहते हुए सुनाई दे रहा है। इसके बाद भी पुलिसकर्मी उसका पीछा नहीं छोड़ रहे। कुछ अधिकारी बच्चे को जबरदस्ती उससे दूर खींचने की कोशिश कर रहे हैं। उस बीच युवक कह रहा है कि यह उसका बच्चा है और इसकी मां नहीं है। पुलिस के अनुसार युवक कानपुर देहात के अकबरपुर में जिला अस्पताल का कर्मचारी है।

जनपद कानपुर देहात के वायरल प्रकरण में थाना प्रभारी को लाइन हाज़िर कर अग्रेतर कार्यवाही हेतु अपर पुलिस अधीक्षक को जाँच हेतु निर्देशित किया गया है। 

ट्विटर पर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात ने बयान जारी कर कहा कि इस मामले में जिला अस्पताल में एक कर्मचारी रजनीश शुक्ला और उसके 100-150 साथियों द्वारा जिला अस्पताल की ओपीडी बंद कर दी गई। साथ ही मरीजों को देखने से मना किया जाने लगा। इस प्रकरण में सूचना मिलने के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंची और वहां रजनीश शुक्ला को समझाने की कोशिश की गई। लेकिन, रजनीश और उसके साथियों ने अन्य जवानों को कमरे में बंद कर दिया।

उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद थाना अध्यक्ष पर्याप्त पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने भी रजनीश और उसके साथियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसने उग्र होते हुए थाना अध्यक्ष के उंगली को काट दिया। इस स्थिति में पुलिस बल के द्वारा उन्हें वहां से हटाया गया। उसके बाद अस्पताल को सुचारू रूप से चालू कराया गया। इस वीडियो में जिस शख्स को पीटा जा रहा है वह रजनीश शुक्ला का भाई है। उसके द्वारा भी भीड़ को उकसाने का प्रयास किया जा रहा था। साथ ही उपद्रव करने की भी कोशिश की जा रही थी। उसे भीड़ से हटाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया गया।

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