Advertisement

मुख्तार अंसारी पर एक और शिकंजा, जानें क्या है मामला

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की संपत्तियां ईडी के भी रडार...
मुख्तार अंसारी पर एक और शिकंजा, जानें क्या है मामला

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की संपत्तियां ईडी के भी रडार पर हैं। यूपी पुलिस के बाद अब ईडी ने भी मुख्तार और अतीक के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। दोनों माफिया के खिलाफ प्रयागराज में केस दर्ज करके ईडी उनकी संपत्तियों की छानबीन कर रही है। अवैध रूप से कमाई गई सम्पतियों की सूची बनाकर ईडी उन्हें अटैच करेगी। एबीपी की खबर के अनुसार, ईडी की टीम जल्द ही मुख्तार से बांदा जेल और अतीक से गुजरात की साबरमती जेल में पूछताछ भी करेगी. इसके लिए कोर्ट से अनुमति लेने की तैयारी की जा रही है।

दोनों से पूछताछ के दौरान ईडी के अधिकारी उनकी आय और संपत्तियों के स्रोत पता करेंगे। दोनों ने किस तरह अरबों रूपये का आर्थिक साम्राज्य खड़ा किया, उनके कौन कौन से कारोबार हैं, आय के मुख्य स्त्रोत क्या-क्या हैं? इस बारे में ईडी जानकारी जुटाएगी।

बता दें कि पुलिस ने बीते तीन माह के दौरान मुख्तार और उसके गैंग के सदस्यों की 222 करोड़ रूपये और अतीक व उसके गैंग के सदस्यों की करीब 350 करोड़ रूपये की संपत्तियों को जब्त कर चुकी है।

ईडी ने दोनों के खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा की गयी सिफारिश के आधार पर प्रयागराज में केस दर्ज किया था। इस बीच यूपी पुलिस और प्रयागराज व मऊ के स्थानीय प्रशासन ने दोनों माफिया की अरबों रूपये की संपत्तियों को जब्त कर लिया अथवा उनको जमीदोंज करा दिया। तीन दशकों के दौरान मुख्तार और अतीक ने सूबे के आधा दर्जन से ज्यादा शहरों में करोड़ों रूपये की भूमि की खरीद-फरोख्त की थी। साथ ही, कई बेशकीमती सरकारी जमीनों पर कब्जा भी किया था।

यूपी पुलिस के अनुरोध के बाद ईडी ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी संपत्तियों, कंपनियों और बैंक खातों की पड़ताल शुरू करने के साथ ही यूपी पुलिस से दोनों की जब्त की गई संपत्तियों का ब्योरा भी मांगा है। इसकी जानकारी मिलने के बाद ईडी इनमें से कई संपत्तियों को अटैच कर सकती है, जिसमें मुख्तार की मऊ, बनारस, लखनऊ स्थित कई संपत्तियां शामिल हैं जबकि अतीक की प्रयागराज, कौशांबी और लखनऊ की कई संपत्तियां हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad