पिछले साल संसद के मॉनसून सत्र के दौरान लाए गए केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन करीब एक साल से जारी है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को भी दिल्ली की तरह बनाया जाएगा। जिस तरह दिल्ली सील है, वैसे ही लखनऊ के सारे रास्ते किसान सील कर देंगे। इस ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश बीजेपी ने प्रतिक्रिया के तौर पर एक कार्टून ट्वीट किया, जिसको लेकर बवाल शुरू हो गया है।
दरअसल, कार्टून में दाईं तरफ राकेश टिकैत जैसे दिखने वाले एक व्यक्ति को दिखाया गया है जिसके कंधे पर 'किसान आंदोलन' का भार है। दूसरी ओर एक 'बाहुबली' नाम का शख्स है, जो कह रहा है, 'सुना लखनऊ जा रहे तुम...किमे पंगा न लिए भाई..योगी बैठ्या है बक्कर तार दिया करे और पोस्टर भी लगवा दिया करे।'
ओ भाई जरा संभल कर जइयो लखनऊ में...#BJP4UP pic.twitter.com/TKwrjaIXYz
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) July 29, 2021
इस ट्वीट से हालांकि ट्विटर यूजर्स ज्यादा खुश नहीं है। कुछ लोगों ने कहा है कि कार्टून में जैसा दिखाया है, बीजेपी की किसानों के प्रति वही मानसिकता है, तो किसी ने इसे किसानों का अपमान बताया है।
बता दें कि अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में किसान संगठन अब यूपी में अपना आंदोलन तेज करना चाहते हैं। इसी सप्ताह भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि हमने जिस तरह से दिल्ली की सीमाओं को घेर रखा है, वैसे ही हम यूपी की राजधानी की भी घेराव करेंगे। लखनऊ को भी दिल्ली बनाया जाएगा जिस तरह दिल्ली में चारों तरफ के रास्ते सील हैं, ऐसे ही सील होंगे। हम इसकी तैयारी करेंगे।
लखनऊ में प्रेस वार्ता में राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के आठ माह पूरे होने पर ‘मिशन यूपी व उत्तराखंड’ शुरू करने का एलान किया था। सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले लखनऊ में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि यदि सरकार ने नहीं सुनी तो इस मिशन के तहत दिल्ली की तर्ज पर लखनऊ के चारों तरफ किसान डेरा डालेंगे और सभी रास्ते सील करेंगे।
टिकैत ने कहा था कि पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत से इस मिशन की शुरुआत हो रही है। कैमरा, कलम व किसान के ऊपर से सरकार को पहरा हटाना पड़ेगा। हम अभियान चलाएंगे कि जिन्होंने देश को गिरफ्त में ले रखा है उन्हें हटाओ। इनका व इनके सहयोगियों का गांव-गांव विरोध किया जाएगा। इसी तर्ज पर उत्तराखंड में भी आंदोलन होगा।