उत्तर प्रदेश में गोरखपुर जिले के पिपराइच इलाके में अपह्रत किये गये एक छात्र का पुलिस ने सोमवार को शव बरामद किया। आरोप है कि छात्र का अपहरण कर एक करोड़ की फिरौती की मांग की गई थी। इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।
पुलिस ने बताया कि छठी कक्षा के छात्र बलराम गुप्ता (14) के पिता महाजन गुप्ता की परचून और पान की दुकान है। बच्चे का अपहरण रविवार को हुआ था और उसके बाद परिवार को फिरौती के लिये फोन आया था।
महाजन गुप्ता ने बताया, ‘‘रविवार की दोपहर बाद उनका बेटा बलराम गुप्ता खाना खाने के बाद घर के बाहर खेलने गया था। शाम को मेरे पास एक अनजान नंबर से फोन आया और मुझसे बच्चे के बदले एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गयी। मैने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी।’’ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार गुप्ता ने सोमवार को बताया कि जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये अपहरणकर्ताओं को रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया था।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान अपहरणकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने बच्चे को रात को ही मार दिया था और उनसे मिली जानकारी के अनुसार बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है।
एसएसपी के मुताबिक बच्चा दोपहर बाद से गायब था और उसके पिता ने पुलिस को इस बारे में शाम को जानकारी दी थी। इस बीच लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में कई संदिग्ध व्यक्तियों को लेकर पूछताछ की गयी थी। दयानंद राजभर नामक व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने बताया कि बच्चे को मार दिया गया है। उसकी निशानदेही पर केवटिया टोला नाले से एक बोरे में शव बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि दयानंद से पूछताछ जारी है। इस घटना में तीन-चार अन्य लोग भी शामिल हैं। इन लोगों की तलाश जारी है।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "क्या यूपी के मुखिया ने खबरें देखना छोड़ दिया है? क्या गृह विभाग में बैठे लोगों के सामने ये खबरें नहीं जाती?यूपी में हर दिन गुंडाराज के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। सीएम के गृहक्षेत्र में अपहरण की घटना घटी है। कासगंज में हत्याकांड। लेकिन दिखावे के लिए कुछ ट्रांसफर के अलावा और कुछ होता ही नहीं है। जंगलराज बढ़ता जा रहा है।"
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, "गोरखपुर से अपहृत बच्चे की हत्या का समाचार बेहद दर्दनाक व दुखद है। शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना। लगातार अपहरण और हत्याओं के बावजूद भी भाजपा सरकार का निर्लज्ज मौन और निष्क्रियता प्रश्नचिन्ह के घेरे मे है।"