केरल में बड़े पैमाने पर हिंदू महिलाओं के धर्मांतरण और उन्हें आतंकी गतिविधियों में लिप्त किए जाने पर आधारित 'द केरल स्टोरी'की चर्चाओं के बीच अब उत्तर प्रदेश में इस फिल्म को टैक्स फ्री किया जाएगा। यही नहीं, सीएम योगी अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ इस फिल्म का अवलोकन भी करेंगे।
सीएम ऑफिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस संबंध में ट्वीट किया गया है। ट्वीट में लिखा गया है कि सीएम योगी अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ 12 मई 2023 को लखनऊ में 'द केरल स्टोरी' फिल्म देखेंगे।
वहीं, सीएम योगी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया है कि द केरल स्टोरी को यूपी में टैक्स फ्री किया जाएगा। योगी सरकार के इस निर्णय की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है। लोग हर किसी से थिएटर में जाकर फिल्म देखने और इसको प्रमोट करने के लिए आग्रह कर रहे हैं।
इससे पहले, निदेशक सूचना, शिशिर ने कहा, ‘केरला स्टोरी को उत्तर प्रदेश में कर मुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 12 मई को लखनऊ में अपने मंत्रिमंडल के साथ फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग देखेंगे।’
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गत रविवार को एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि अगर कोई प्रस्ताव आता है तो राज्य सरकार फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को कर मुक्त कर देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत पांच मई को इस फिल्म को आतंकी साजिशों को सामने लाने का श्रेय दिया था। उन्होंने कर्नाटक में एक चुनावी रैली में फिल्म का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी गत शनिवार को अपने राज्य में ‘द केरला स्टोरी’ को कर मुक्त दर्जा देने की घोषणा की थी।
उत्तर प्रदेश भाजपा के सचिव अभिजात मिश्रा ने शनिवार को शहर में करीब 100 छात्राओं के लिए इस विवादित फिल्म की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था। उन्होंने एक थिएटर बुक किया और कहा कि युवा लड़कियों को कथित ‘लव जिहाद’ से बचाने के लिए फिल्म दिखाई जानी चाहिए। मिश्रा ने कहा कि फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और दिखाती है कि कैसे भोली-भाली लड़कियों को बरगलाया जाता है और फिर उनका धर्मांतरण किया जाता है।
अदा शर्मा अभिनीत फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की कहानी महिलाओं के एक ऐसे कथित समूह के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें धर्म परिवर्तन और आतंकवादी संगठन आईएस में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है।
इस फिल्म को लेकर खासा विवाद भी हो रहा है और इसे नफरत फैलाने का जरिया बताया जा रहा है।