संजय सिंह ने बताया कि उन्होंने गजेंद्र की बेटी नेहा, मां और बाकी परिजनों से मुलाकात की है। परिजनों का कहना है कि गजेंद्र किसानों के मुद्दे पर शहीद हुए हैं, इसलिए दिल्ली सरकार उन्हें शहीद का दर्जा दे। परिजनों ने परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की भी मांग भी की है। संजय सिंह का कहना है कि परिवार की ओर से रखी गई सभी मांगों को पूरी कराने की पूरी कोशिश की जाएगी।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह गजेंद्र की मौत के लिए माफी मांगी थी, लेकिन बावजूद इसके परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। संजय सिंह ने गजेंद्र के पिता, बेटी, भाइयों और परिवार के बाकी लोगों से मुलाकात कर गहरा दुख व्यक्त किया। इस दौरान संजय सिंह गजेंद्र की बेटी नेहा से हाथ जोड़कर माफी मांगी। संजय सिंह ने गजेंद्र के परिवार को 10 लाख रुपए का चेक दिया। केजरीवाल ने भी फोन पर मृतक किसान के परिवार से बात की है। इससे पहले सुबह केजरीवाल के माफी मांगने के बाद गजेंद्र के पिता बन्ने सिंह ने कहा कि केजरीवाल की माफी से क्या होगा। मुझे बेटा लौटा दो। इसके सिवा कुछ मंजूर नहीं है।
गजेंद्र के परिजनों की चार मांगे
- गजेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए।
- बेटी और बेटों की पूरी पढ़ाई की व्यवस्था सरकार करे। कक्षा छह में पढ़ रहे बड़े बेटे धीरेंद्र को समय आने पर सरकारी नौकरी मिले।
- गजेंद्र की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- गजेंद्र के शव को गांव लाए जाने के दौरान स्थानीय पुलिस अधिकारियों के दुर्व्यवहार की जांच हो।