‘बाबा बर्फानी’ की पूजा के लिए वार्षिक अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होगी और 19 अगस्त, 2024 को समाप्त होगी। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अनुसार, जो तीर्थयात्री यात्रा में शामिल होने के इच्छुक हैं, वे 15 अप्रैल से अपनी अग्रिम बुकिंग करा सकते हैं।
क्षेत्र में खराब मौसम की स्थिति और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की माउंटेन रेस्क्यू टीमों (एमआरटी) का हिस्सा बनने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बता दें कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले पुलिस के त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने सोमवार को जम्मू में तीर्थयात्रा के आधार शिविर में व्यापक 'मॉकड्रिल' का आयोजन किया।
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की। दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर के लिए 52 दिवसीय तीर्थयात्रा 29 जून को शुरू होगी और 19 अगस्त को समाप्त हो जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने भगवती नगर स्थित आधार शिविर यात्री निवास में व्यापक 'मॉकड्रिल' का आयोजन किया।
इस अभ्यास में उप-मंडल मुख्यालय का प्रथम प्रतिक्रिया दल शामिल था जिसमें उप-मंडल के सभी क्षेत्रीय अधिकारी थे। उन्होंने बताया कि एसओजी जम्मू के साथ-साथ निकटवर्ती उप-मंडलों के अन्य क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों और उनकी क्यूआरटी ने भी अभ्यास में भाग लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य पूरी टीम को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था, जिससे उन्हें किसी अनपेक्षित घटना की स्थिति में सही समय पर कार्रवाई के लिए तैयार किया जा सके।" उन्होंने कहा कि अभ्यास सफलतापूर्वक संपन्न हुआ जिससे जम्मू-कश्मीर पुलिस की तत्परता और समन्वय का प्रदर्शन हुआ।