भारत के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के इस संकट के समय में जिंदगी बचाना ज्यादा अहम है और आईपीएल इंतजार कर सकता है। रैना ने इस खतरनाक वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए 52 लाख रुपए दान भी दिए हैं। भारत के लिए अंतिम बार 2018 में खेलने वाले रैना से जब आईपीएल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, इस समय जिंदगी ज्यादा अहम है। आईपीएल निश्चित रूप से इंतजार कर सकता है। हमें लॉकडाउन पर सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। वर्ना हम सभी को परिणाम भुगतने होंगे। जब जिंदगी बेहतर हो जाएगी तो हम आईपीएल के बारे में सोच सकते हैं। बहुत लोगों की इस समय जान जा रही है, हमें जिंदगियां बचाने की जरूरत है।
33 वर्षीय रैना सोशल मीडिया पर घर में रहने के महत्व पर जागरूकता फैला रहे हैं। साथ ही पत्नी की मदद भी कर रहे हैं जिन्होंने पिछले हफ्ते दूसरे बेटे रियो को जन्म दिया है। उन्होंने कहा, मैं लॉकडाउन में आराम कर रहा हूं, खाना पका रहा हूं, बच्चों के साथ समय बिता रहा हूं। क्रिकेट के अलावा भी जिंदगी में इतना कुछ करने को है। इस तरह के पल आपको यह महसूस कराते हैं। इस लॉकडाउन से लोगों को जमीन से जुड़ने की महत्ता को महसूस करना चाहिए। इस समय आपके घर और कार के आकार और आप क्या पहनते हो, इसकी तुलना में एक दिन में तीन वक्त का खाना ज्यादा अहमियत रखता है। मैं हॉस्टल के दिनों से ही खाना पकाता था। मुझे यह अच्छा लगता है। पत्नी ने पिछले हफ्ते बेटे को जन्म दिया है इसलिए घर के काम में हाथ बंटाकर खुश हूं।
रैना का पिछला प्रतिस्पर्धी मैच पिछले साल आईपीएल का फाइनल था। चेन्नई सुपरकिंग्स का यह बल्लेबाज लॉकडाउन से पहले चेन्नई में इस सत्र की तैयारियों में भी जुटा था। साथ ही रैना ने 2011 विश्व कप की यादों को ताजा करते हुए एक गेंदबाज को सचिन तेंडुलकर तक करार दे दिया।
पुराने पलों को किया याद
आपको याद हो महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने 2011 में 28 साल बाद वनडे विश्व कप पर कब्जा किया था। ऐसे में 9 साल बाद सुरेश रैना ने भारतीय टीम की उस ऐतिहासिक सफलता में गेंदबाजों के योगदान को याद किया और एक खिलाड़ी को 2011 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के लिए गेंदबाजी का सचिन तेंडुलकर बताया।
जहीर खान ने किया था बेहतरीन प्रदर्शन
जी हां वो गेंदबाज कोई और नहीं बल्कि बांए हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान हैं। रैना ने कहा कि जहीर ने टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था और वो गेंदबाजों का सामने से नेतृत्व कर रहे थे। रैना ने कहा, हम जो भी निर्णय ले रहे थे वो हमारे पक्ष में जा रहे थे। जहीर भाई गेंदबाजों का नेतृत्व कर रहे थे। हर कोई भारत के मजबूत बल्लेबाजी क्रम की बात कर रहा था लेकिन मेरा मानना है कि वो गेंदबाजों के सचिन तेंडुलकर थे।