महेन्द्र सिंह धोनी को अपना मेंटॉर बताते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा कि विश्व कप विजेता कप्तान अपने तरीके से युवा खिलाड़ियों की मदद करते हैं लेकिन किसी समस्या का पूर्ण समाधान देने की जगह खुद हल ढूढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते है। पंत को जब से टीम इंडिया में मौका मिला है उनकी लगातार धोनी से तुलना होती रही है। वो इस दबाव का सामना करने में असफल रहे हैं। मैदान पर जब उनका बल्ला नहीं चला तो दर्शकों ने धोनी के नाम पर बीच मैदान पर उनकी हूटिंग की। इसका विरोध विराट कोहली सहित टीम के अन्य खिलाड़ियों ने किया था। सबका मानना था है कि पंत को छोड़ देना चाहिए।
मैदान के अंदर और बाहर मेरे मार्गदर्शक
पंत ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत में कहा कि वह (धोनी) मैदान के अंदर और बाहर मेरे मार्गदर्शक की तरह हैं। मैं किसी भी समस्या के समाधान के लिए उनसे संपर्क कर सकता हूं लेकिन वह मुझे कभी भी पूर्ण समाधान नहीं देते है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए भी है कि मैं पूरी तरह उन पर निर्भर ना रहूं।
बल्लेबाजी में मेरे पसंदीदा जोड़ीदार हैं
वह केवल संकेत देते है जिससे मुझे हल निकालने में मदद मिलती है। वह बल्लेबाजी में मेरे पसंदीदा जोड़ीदारों में से एक है। उनके साथ हालांकि बल्लेबाजी का मौका कम ही मिलता है। उन्होंने कहा कि माही भाई अगर क्रीज पर हैं तो आप जानते हो कि चीजें सुलटी हुई हैं। उनके दिमाग में प्लान रहता है आपको सिर्फ उसे मानना होता है।
धोनी और एडम गिलक्रिस्ट को मानते हैं पंत
अपनी पूरी जिंदगी में धोनी और एडम गिलक्रिस्ट को मानने वाले पंत ने कहा है कि वह अपनी असली शख्सियत बनने पर ही ध्यान देते हैं। पंत ने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व होता है कि दोनों मेरे प्रदर्शन को मानते हैं। यह जरूरी है कि आप अपने आर्दशों से सीखें, लेकिन उनकी नकल न करें। यह जरूरी है कि आप अपनी पहचान बनाएं।
पिछले साल जुलाई से नहीं खेले धोनी क्रिकेट
वहीं बात करें धोनी की तो पिछले साल जुलाई से स्पर्धात्मक क्रिकेट नहीं खेले धोनी को आईपीएल 2020 के जरिए मैदान में वापसी करनी थी लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस लीग को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया। पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह और पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को ऐसा लगता है कि धोनी ने अपना अंतिम इंटरनेशनल मैच खेल लिया है।